"विकिपीडिया:चौपाल": अवतरणों में अंतर

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::शायद आप भूल रहे है लाजिक जी के जिस प्रकार आप बार हमें तानाशाह कह के विकिपिडीया कि पर्सनल अटैक पर अधारित पालिसी तोड़ रहे है यदि ये सब आप अंग्रेजी विकि पर कर रहे होते तो कब का ब्लोक किया जा चुका होता आपको यकिन नहीं आता तो कर के देख लिजिये वहाँ। और आपके साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया गया था मुझे आपका संदेश पर्सनल अटैक पर अधारित लगा क्योंकि वैसे तो आप यहां एक भी लेख का योगदान नही देते बस सदस्यों को परेशान करने का जिम्मा उठा लिया है आपने फिर चाहे वो सदस्य हिन्दी हो, प्रबंधक मुनिता प्रसाद हो या आशीष जी। आपका व्यवहार ही पूर्व में ऐसा रहा है जैसे लैंगिक टिप्पणियाँ करना। इसी कारण आपका संदेश हटाया गया था परन्तु साथ ही साथ आपको सूचना भी दे दी गयी थी। बस इससे ज्यादा मैं आपको समय नहीं दे सकता कृपया अपना और हमारा समय बर्बाद न करे। रचनात्मक लेख बनाये जिससे विकि पाठको का हित हो--<span style="background:#F0DC82; border:1px solid #FFD700;">[[चित्र:Admin logo.gif|30px|यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।]][[User:Mayur |'''<font color="#FF4500">Ma</font><font color="#008000">yur</font>''']][[सदस्य वार्ता:Mayur |<font color="#1C39BB">(Talk</font>]]•[[special:EmailUser/mayur |<font color="#1C39BB">Email)</font>]]&nbsp;</span> १२:१०, २२ अगस्त २०१० (UTC)
:कमाल है उल्टा चोर कोत्वल को डाटे । (खैर मै कोतवाल तो नही वो तो आप लोग ही है )मैने सिधे और जायज श्ब्दो मै आपका विरोध किया था । लेकिन उस वाक्य को आपने जानबूझकर बदल दिया । इसके बार भी मुझे आपने लिखा कि मीरा पता निकाल कर मुझे ब्लोक कर दिया जाएहा (आपने मुझ पर पर्सनल अटेक किया)। प्रबन्धक मुनिता मेरी वजह से नही बल्कि आप जैसे ठीट लोगो की वजह से गैइ थी प्रबन्धक पुऋनीमा जी भी आपजैसे ठिट लोगो की वजह से गई जिन्हे केवल तकनीक आती है हिन्दी नही (आप जैसे लोग जो यहां प्रबन्धक बने बैठे हैं एक वाक्य भी हिन्दी का ठीक नही लिख सकते)--[[सदस्य:Logic|Logic]] १२:४७, २२ अगस्त २०१० (UTC)