"विकिपीडिया:अच्छे लेख लिखने के सुझाव": अवतरणों में अंतर
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#.तिथियों को २ मई २००६ (ईसवी या ईसापूर्व) के रुप में लिखें। ईसवी लिखना छोड़ सकते हैं लेकिन यदि ईसापूर्व का प्रसंग हो तो लिखना आवश्यक है। समय को ३:५५ पूर्वाह्न के रुप में लिखें।
#सामान्य प्रत्यय वाले शब्दों को हाइफन (-) से अलग करें जैसे शास्त्र, विज्ञान, ज्ञान जैसे: रसायन-शास्त्र। अन्य अधिकतर के लिये संज्ञा-युग्म के दोनों शब्दों को अलग छोड़ दें, यदि उन्हें आमतौर पर जोड़ा जाता हो तो इकट्ठा कर दें जैसे: सामवेद।
#निम्न अंग्रेजी स्वरों के लिये m'''e'''t, m'''a'''te, m'''a'''t, मेट (ह्स्व स्वर, short vowel) की तरह ट्राँस्क्राइब करें, मेट (मेइट नहीं),
#Use half-न before त, थ, द, ध, न, instead of anuswaar अं. Use half-म before प, फ, ब, भ, म. Use the anuswaar before all the rest of the consonants (not half-ङ, ञ, ण). If the मात्रा is not above the alphabet, use chandra-bindu, but only for '''nasalization'''. Thus: अन्दर, not अंदर ; अन्त, not अंत ; हिन्दी, not हिन्दी ; सम्भव, not संभव ; पंचमी, not पञ्चमी ; अंडा, not अण्डा ; कंठ, not कण्ठ ; लैंड, not लैण्ड ; आँख, not आंख. However, both forms are acceptable in contemporary Hindi as well as here; the prec. are just recommendations.
#जब ''य'' अन्य स्वर के पीछे हो तो इसकी बजाय स्वर का भी प्रयोग किया जा सकता है (जब तक कि य स्पष्ट रुप से उच्चारित न हो रहा हो)। अर्थात ''जायें'' के स्थान पर ''जाएँ'' चल सकता है परन्तु ''जावें'' नहीं; ''आयेगा'' के स्थान पर ''आएगा'' चल सकता है क्योंकि समकालीन हिन्दी में दोनों रुप चलते हैं।
#कृपया क्रियाविशेषणों तथा क्रियाओं में पुल्लिंग/स्त्रीलिंग तथा एकवचन/बहुवचन पर विशेष ध्यान दें। क्रियाविशेषण तथा क्रियाओं में अन्यथा वाक्य व्याकरण की दृष्टि से अशुद्ध बन जायेगा।
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