"घाट": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 3:
'''घाट''' का सामान्य अर्थ नदी तक उतरती सीढियों से निर्मित स्थल है। [[हिन्दी]] तथा [[संस्कृत]] में घाट जैसे स्थानों के लिए एक और शब्द का प्रयोग होता है - ''दीघा'' । भारतीय प्रायद्वीप के दक्क्न के पठार के दोनो किनारों पर बने पर्वतों को भी घाट का नाम दिया जाता है - [[पूर्वी घाट]] तथा [[पश्चिमी घाट]] । नदी, तालाब, झील या समुद्र के किनारे बने सुविधाजनक ढलान वहां रह रहे लोगों की आम जिंदगी का हिस्सा होता है । काफी बार ऐसे स्थलों का धार्मिक ([[हिन्दू]] )महत्व होता है ।
घाट शब्द का मूल "घट्" है, जिसका तात्पर्य प्रधानरूपेण घटने से होता है । नदी किनारे बने घाटों में इस शब्द का उपयोग सीढियों के अवतरण को इंगित करता है, जबकि भारतीयप्रायद्वीप के तटों पर यह शब्द पहाडियों के अवतरण को बतलाता है । घाट शब्द का उपयोग एक मुहावरे "मौत के घाट उतारना" (अर्थात् हत्या करना) में भी होता है, किन्तु यहाँ पर इसका उपयोग हिन्दुओं द्वारा शवदहन प्रायः किसी घाट पर किये जाने के कारण है।
|