"एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम": अवतरणों में अंतर

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==उपचार==
===स्टेमि===
{{main|माइक्रोकार्डियाल इनफ्राकशान}}
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यदि ECGइसिजि (STएसटि उत्थान ,नयाबंडल-ब्रांच ब्लॉक या पृष्ठ MIएमाआइ प्रतिरूप ),thrombolyticsथ्रोम्बोलाइटिक्स जाचाजांचा जा सकता है या फिर प्राथमिक कोरोनरी एंजियोप्लास्टी निष्पादित किया जा सकता है .थ्रोमलाइटिक्स में फिब्रिनोल्य्सिस किया जाता है जिससे रक्तातंच ख़तम हो जाता है. जिसके कारण कोरोनरी परिहृद् धमनी को खोल देता है. प्राथमिक कोरोनरी एंजियोप्लास्टी में एक लचीली मूत्रशलाका को जघनास्थिक या रेडियल धमनी में डाला जाता है जिससे की दिल में रूकावटो की पहचान हो सके.
जब occlusionsअक्लिऊशान पाए जाते हैं, वे आमतौर पर तैनाती स्टेंट और हस्तक्षेप किया जा सकता है पर यंत्रवत् के साथ एंजियोप्लास्टी घाव को ''culprit lesion'' कहा जाता है, इससे हृदय को नुकसान होता है. इलाज का सुझाव देते हैं कि तेजी से ट्राइएज, स्थानांतरण और upchar आवश्यक है.<ref>Blankenship JC और Skelding के.ए.. [http://www.remedicajournals.com/Acute-Coronary-Syndromes/showarticleattachment.aspx?aaid=4400&amp;PortalID=71 रैपिड ट्राइएज, स्थानांतरण, और Infarction myocardial उपचार अनुभाग ऊंचाई-अनुसूचित जनजाति के साथ साथ Percutaneous कोरोनरी इंटरवेंशन मरीजों के लिए] . ''एक्यूट कोरोनरी Syndromes.'' 2008, 9 (2) :59-65</ref> अमेरिकी कॉलेज प्रशासन ऑफ़ थ्रांबोलिटिक कार्डियोलोजी (ACC) के अनुसार घर से अस्पताल ले जाने की समय सीमा 30 min और घर से गुब्बारित Percutaneous कोरोनरी इंटरवेंशन(PCI) की समय सीमा 90 mins से जादा नहीं होनी चाहिए.यह पाया गया कि थ्रोम्बोल्य्सिस अधिकतर रोगियों के बीच की स्थापना की दिशा निर्देशों ACC के अनुशार ही हुआ है जो STEMI से पीड़ित है,PCI के बनिस्पत.<ref name="pmid19898701">{{cite journal| author=|title=Thrombolysis versus primary percutaneous coronary intervention for ST elevation myocardial infarctions at Chilliwack General Hospital.|year=2009|journal=The Canadian journal of cardiology |pmid=19898701|pmc=PMC2776568|doi=| last1=Janda| first1=SP| last2=Tan| first2=N| volume=25| issue=11| pages=e382–4}}</ref>
thromlytics में फिब्रिनोल्य्सिस किया जाता है जिससे रक्तातंच ख़तम हो जाता है. जिसके कारण कोरोनरी परिहृद् धमनी को खोल देता है. प्राथमिक कोरोनरी एंजियोप्लास्टी में एक लचीली मूत्रशलाका को जघनास्थिक या रेडियल धमनी में डाला जाता है जिससे की दिल में रूकावटो की पहचान हो सके.
जब occlusions पाए जाते हैं, वे आमतौर पर तैनाती स्टेंट और हस्तक्षेप किया जा सकता है पर यंत्रवत् के साथ एंजियोप्लास्टी घाव को ''culprit lesion'' कहा जाता है, इससे हृदय को नुकसान होता है. इलाज का सुझाव देते हैं कि तेजी से ट्राइएज, स्थानांतरण और upchar आवश्यक है.<ref>Blankenship JC और Skelding के.ए.. [http://www.remedicajournals.com/Acute-Coronary-Syndromes/showarticleattachment.aspx?aaid=4400&amp;PortalID=71 रैपिड ट्राइएज, स्थानांतरण, और Infarction myocardial उपचार अनुभाग ऊंचाई-अनुसूचित जनजाति के साथ साथ Percutaneous कोरोनरी इंटरवेंशन मरीजों के लिए] . ''एक्यूट कोरोनरी Syndromes.'' 2008, 9 (2) :59-65</ref> अमेरिकी कॉलेज प्रशासन ऑफ़ थ्रांबोलिटिक कार्डियोलोजी (ACC) के अनुसार घर से अस्पताल ले जाने की समय सीमा 30 min और घर से गुब्बारित Percutaneous कोरोनरी इंटरवेंशन(PCI) की समय सीमा 90 mins से जादा नहीं होनी चाहिए.यह पाया गया कि थ्रोम्बोल्य्सिस अधिकतर रोगियों के बीच की स्थापना की दिशा निर्देशों ACC के अनुशार ही हुआ है जो STEMI से पीड़ित है,PCI के बनिस्पत.<ref name="pmid19898701">{{cite journal| author=|title=Thrombolysis versus primary percutaneous coronary intervention for ST elevation myocardial infarctions at Chilliwack General Hospital.|year=2009|journal=The Canadian journal of cardiology |pmid=19898701|pmc=PMC2776568|doi=| last1=Janda| first1=SP| last2=Tan| first2=N| volume=25| issue=11| pages=e382–4}}</ref>
 
===NSTEMI और NSTE-ACS===