"विलियम शेक्सपीयर": अवतरणों में अंतर

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शेक्सपियर के लिंग का कुछ विवरण में जाना जाता है.18 वर्ष की उम्र में उसने, 26 साल की ऐनी हथावय, जो गर्भवती थी, से शादी कर ली.अपने तीन बच्चों में पहली सुसंना का, छह महीने बाद [[26 मई]][[1583]] में जन्म हुआ था.हालाँकि, सदियों से पाठकों ने शेक्सपियर की सोंनेट्स को एक जवान आदमी के लिए उसके प्यार का सबूत के रूप में इंगित किया है.कुछ लोग उसी कथा को यौन प्रेम के बजाय [[दोस्ती]] ([[:en:friendship|friendship]]) की भावना के रूप में पढ़ते हैं.<ref>कैसे, चार्ल्स (फाल 1998).[http://www.findarticles.com/p/articles/mi_qa3709/is_199810/ai_n8827074 ''क्या शेक्सपियर समलैंगिक था? गाथा 20 और अध्यापन की राजनीति''.]'' कॉलेज साहित्य''.[[2 अप्रैल]][[२००७|2007]] से पुनः प्राप्त.<br />• पेग्यूईग्ने, जोसफ़ (1985). ''सच इस माय लव: शेक्सपियर के सोंनेट्स का एक अध्ययन''.शिकागो: शिकागो विश्वविद्यालय की प्रेस.आईएसबीएन 0226655636.<br />• शेक्सपियर, विलियम (1996). ''दी सोंनेट्स''.जी ब्लैकमोर इवांस (एड.).कैम्ब्रिज: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, टीका, 132. आईएसबीएन 0521222257.</ref>उसी समय पर, छब्बीस तथाकथित [[शेक्सपियर का सोंनेट्स #दी डार्क लेडी|"डार्क लेडी"]] ([[:en:Shakespeare's sonnets#The Dark Lady|"Dark Lady"]]) सोंनेट्स को, जो एक शादीशुदा औरत को संबोधित हैं, विषमलैंगिक संबंधों के साक्ष्य के रूप में लिया जाता है.<ref>फोर्ट, जेए."यह कहानी शेक्सपियर के सोंनेट्स की दूसरी श्रृंखला में थी." ''अंग्रेज़ी अध्ययन की समीक्षा''.(अक्टूबर 1927) 3,12, 406-414.</ref>
 
== हिन्दी मे मन्चन ==
शेक्सपीयर के जूलियस सीज़र का [[अरविन्द गौड़]] के निर्देशन मे मंचन ,काव्यानुवाद- [[अरविन्द कुमार]] ,[[अस्मिता]] नाट्य संस्था ने अब तक जुलियस सीसर के कुल ४० प्रदर्शन किये है। [[अरविन्द कुमार]] के काव्यानुवाद [[शेक्सपीयर]] के जूलियस सीजर का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के लिये इब्राहिम अल्काजी के निर्देशन में भी हुआ । 1998 मे जूलियस सीज़र का मंचन अरविन्द गौड़ के निर्देशन मे शेक्सपियर नाटक महोत्सव (असम) और पृथ्वी थिएटर महोत्सव, भारत पर्यावास केन्द्र (इंडिया हैबिटेट सेंटर ), में [[अस्मिता]] नाट्य संस्था ने दोबारा किया । अरविंद कुमार ने सिंधु घाटी सभ्यता की पृष्ठभूमि में इसी नाटक का काव्य रूपान्तर भी किया है, जिसका नाम है - विक्रम सैंधव।
 
== कार्यों की सूची ==
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== हिन्दी मे मन्चन ==
शेक्सपीयर के जूलियस सीज़र का [[अरविन्द गौड़]] के निर्देशन मे मंचन ,काव्यानुवाद- [[अरविन्द कुमार]] ,[[अस्मिता]] नाट्य संस्था ने अब तक जुलियस सीसर के कुल ४० प्रदर्शन किये है। [[अरविन्द कुमार]] के काव्यानुवाद [[शेक्सपीयर]] के जूलियस सीजर का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के लिये इब्राहिम अल्काजी के निर्देशन में भी हुआ । 1998 मे जूलियस सीज़र का मंचन अरविन्द गौड़ के निर्देशन मे शेक्सपियर नाटक महोत्सव (असम) और पृथ्वी थिएटर महोत्सव, भारत पर्यावास केन्द्र (इंडिया हैबिटेट सेंटर ), में [[अस्मिता]] नाट्य संस्था ने दोबारा किया । अरविंद कुमार ने सिंधु घाटी सभ्यता की पृष्ठभूमि में इसी नाटक का काव्य रूपान्तर भी किया है, जिसका नाम है - विक्रम सैंधव।
 
== साहित्यिक प्रशंसा ==