विश्व दलहन दिवस

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विश्व दलहन दिवस हर वर्ष 10 फरवरी  को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य दालों के महत्व व् पोषण और पर्यावरणीय लाभों के बारे में लोगो के बीच जागरूकता फैलाना। दालों के महत्व और दलहन कृषि के बारे में जागरूकता बढ़ाने लिए हर वर्ष 10 फरवरी को एक नई विषय के साथ विश्व दलहन दिवस मनाया जाता है ।[1]


धारावाहिक बीज दाल:

  • दाल भोजन के लिए उगाए जाने वाले फलीदार पौधों के खाद्य बीजों को संदर्भित करती है।
  • सामान्य तौर पर उपभोग की जाने वाली दालों में सूखी फलियाँ, चना, अरहर, मटर आदि शामिल होती हैं।

विश्व दलहन दिवस थीम 2024:

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  1. विश्व दलहन दिवस की थीम सयुक्त राष्ट्र द्वारा तय  की जाती है।
  2. 2024 के लिए विश्व दलहन दिवस का विषय "दालें: पौष्टिक मिट्टी और लोग" है।
  3. इसका उद्देश्य दालों को हमारे आहार और कृषि पद्धतियों में संगठित करना है।[2]

विश्व दलहन दिवस का इतिहास:

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  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को दलहन से संबंधित एक प्रस्ताव अपनाया।
  • 2016 में अंतर्राष्ट्रीय दलहन वर्ष (आईवाईपी) घोषित किया गया।
  • संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के नेतृत्व में, अंतराष्ट्रीय  दाल वर्ष (आईवाईपी) का उद्देश्य दालों के पोषणिक और पर्यावरण संबंधी लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करना है।
  • 2030 एजेंडा में सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए, बुर्किना फासो ने विश्व दाल दिवस का प्रस्ताव दिया।
  • 2019 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक रूप से 10 फरवरी को विश्व दाल दिवस के रूप में घोषणा की। यह दिवस विभिन्न विकास लक्ष्यों को हासिल करने में दालों के महत्व पर जोर देता है।[3]
विश्व दलहन दिवस का महत्व:
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  • यह दिवस स्वस्थ आहार को बढ़ावा देने और कुपोषण से निपटने में उनके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
  • दलहन कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करती है।
  • दालें खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पोषण स्रोत होती हैं और विश्व दलहन दिवस इसकी महत्वता को उजागर करता है।
  • विश्व दलहन दिवस दालों के उत्पादन, प्रसंस्करण और उपयोग से संबंधित अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देता है, जिससे उन्नत किस्मों, बढ़ी हुई पैदावार और बेहतर पोषण प्रोफाइल को बढ़ावा मिलता है।
विश्व दलहन दिवस का उद्देश्य:
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  1. सतत विकास के लिए दालों की क्षमता को मान्यता दिलाना।
  2. दालों के महत्व को आहार और कृषि पद्धतियों में एकीकृत करना।
  3. दालों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना।
  4. दलहन कृषि को बढ़ावा देना और किसानों के आर्थिक महत्व को प्रकाश में लाना।
सामाजिक योगदान :
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विश्व दलहन दिवस के अवसर पर, हमें दालों के महत्व को समझने और सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने का काम करना चाहिए।

दालों के खाद्य स्रोत के रूप में उनका महत्व अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना और उनके पोषण से संबंधित लाभों को समझाना आवश्यक है।

इसके साथ ही, दलहन कृषि को बढ़ावा देकर किसानों के आर्थिक संवर्द्धन का समर्थन करना भी महत्वपूर्ण है।[4]

संदर्भ सूची :

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  1. "विश्व दलहन दिवस 2024 : विश्व दलहन दिवस क्यों मनाया जाता है?". NSTFDC.IN (अंग्रेज़ी में). 2024-02-09. अभिगमन तिथि 2024-02-09.
  2. "Home | World Pulses Day | Food and Agriculture Organization of the United Nations". WorldPulsesDay24 (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-02-09.
  3. Nations, United. "World Pulses Day". United Nations (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-02-09.
  4. "विश्व दलहन दिवस 2024 : विश्व दलहन दिवस क्यों मनाया जाता है?". NSTFDC.IN (अंग्रेज़ी में). 2024-02-09. अभिगमन तिथि 2024-02-09.