वीतेस्लव नेज़्वल (Viteslav Nezval, १९००-१९५८) आधुनिक चेक कवियों में मुख्य।

नेज़्वल का काव्य संबंधी विकास बहुत ही जटिल रहा। उनकी सभी कविताओं में आशावाद और श्रमिक वर्ग के ऐतिहासिक संदेश की प्रबल झलक मिलती है। 'रात के संगीत' के संग्रह में कवि की सबसे अच्छी प्रारंभिक कविताएँ, जैसे 'एडिसन', 'चमत्कारपूर्ण जादूगर' आदि पाई जाती हैं। दूसरे महायुद्ध के उपरांत नेज़्पल ने नई कविताएँ लिखीं। उस काल की उनकी शांतिवादी श्रमिक वर्ग विषयक कविताएँ चेक प्रगतिशील काव्य के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं। उनकी उत्तर युद्धकालीन कविता की पराकोटि 'शांतिगान' है जिसमें अंतरराष्ट्रीय शांति की शक्ति में अपना अटूट विश्वास अभिव्यक्त किया गया है। नेज़्वल को अंतरराष्ट्रीय शांति पदक मिला है। अन्य कवितासंग्रह पुल, 'मातृभूमि से' आदि है।

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