वीरेन्द्र पाटिल
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वीरेंदर पाटिल (कन्नड़: ವೀರೇಂದ್ರ () (1924-1997) एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ थे और वे दो बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। 1968-1971 तक वह पहली बार मुख्यमंत्री बने; और दूसरी बार लगभग 18 साल बाद, 1989-1990 तक।वीरेंद्र पाटिल कर्नाटक के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. उस वक्त लिंगायत समुदाय कांग्रेस के साथ हुआ करता था. फिर 1990 में कर्नाटक के कुछ हिस्सों में दंगे हुए. इस पर तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गांधी ने वीरेंद्र पाटिल को एयरपोर्ट पर बुलाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का आदेश दिया.
जब राजीव गांधी ने एयरपोर्ट से ही छीन ली थी कर्नाटक के CM की कुर्सी 3/7 अफवाह फैली कि राजीव ने पाटिल से बात तक नहीं कि और हटाने का फैसला सिर्फ कुछ मिनटों में ले लिया. फिर इस मुद्दे को चुनाव में लिंगायतों के बीच उनके अपमान के तौर पर वीरेन्द्र पाटिल ने प्रचारित किया.
जब राजीव गांधी ने एयरपोर्ट से ही छीन ली थी कर्नाटक के CM की कुर्सी
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नतीजा यह हुआ कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जनता दल के हाथों शिकस्त मिली. उनका वोट प्रतिशत 4.14% से बढ़कर 16.99% हो गया. सीटें भी 4 से 40 हो गईं.