वी ओर आवर नेशनहुड डिफाइंड
वी ओर आवर नेशनहुड डिफाइंड (अनुवाद: हम अथवा हमारी राष्ट्रीयता की परिभाषा) गोलवालकर द्वारा लिखित पुस्तक है। उन्हें गुरुजी[1] के नाम से भी जाना जाता है और वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे सरसंघचालक (सर्वोच्च नेता) थे। इसका प्रकाशन १९३९ में हुआ था।
ग्रन्थकारिता
संपादित करेंऋतु कोहली, बलबीर पुंज और राकेश सिन्हा का विचार है कि यह पुस्तक गणेश दामोदर सावरकर की 'राष्ट्र मीमांसा' पुस्तक पर आधारित है।[2][3][4]
यह भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Jaffrelot, Christophe (1998). The Hindu nationalist movement in India. New York, N.Y.: Columbia University Press. पपृ॰ 40-55. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0231103352.
- ↑ Kohli, Ritu (1993). Political Ideas of M.S. Golwalkar: Hindutva, Nationalism, Secularism (अंग्रेज़ी में). Deep & Deep Publications. पृ॰ 4. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788171005666. मूल से 12 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 January 2018.
- ↑ Mukul, Akshaya. "RSS officially disowns Golwalkar's book - Times of India". The Times of India. मूल से 6 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 January 2018.
- ↑ K. Punj, Balbir. "Bunch of secular thoughts". archive.indianexpress.com. अभिगमन तिथि 12 January 2018.