वृक्षायुर्वेद योग अर्थात वृक्षों के विषय में ज्ञान रखना तथा उनका चिकित्सा में प्रयोग करना और उन्हें किस तरह से रोपा जाए, आदि जानकारी रखना। यह कला चौंसठ कलाओं के अन्तर्गत आती है।