मशीनी कार्यों के सन्दर्भ में, पहले से बनाए गये किसी छिद्र को अधिक चौड़ा करने की क्रिया को वेधन (boring) कहते हैं। वेधन का उपयोग अधिक शुद्धता के साथ किसी दिये हुए व्यास का छेद निर्मित करने के लिये किया जाता है। इसका उपयोग क्रमश: बदलता हुआ व्यास वाला छेद (टेपर्ड होल) करने के लिये भी किया जाता है।