वैद्युत भंग (इलेक्ट्रिकल ब्रेकडाउन) या परावैद्युत भंग (डाइइलेक्ट्रिक ब्रेकडाउन)' वह स्थिति या प्रक्रिया है जब कोई विद्युतरोधी वस्तु, पर्याप्त उच्च वोल्टता लगाने के बाद, अचानक एक विद्युत चालक बन जाती है और उसमें से विद्युत प्रवाह होने लगता है। जब लगाये गये वोल्टेज के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र उस पदार्थ के प्रावैद्युत भंजन क्षमता से अधिक हो जाता है, तो उस विद्युतरोधी पदार्थ का विद्युत भंजन हो जाता है। जिस वोल्टेज पर वह विद्युतरोधी वस्तु विद्युत का चालन करने लगती है, उस वोल्टता को उसका भंजन वोल्टता कहा जाता है। यह भंजन वोल्टता कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे वस्तु का रूप और आकार, ताप दाब आदि। पर्याप्त विद्युत विभव लगाने पर ठोस, द्रव, या गैसों (और सैद्धांतिक रूप से निर्वात में भी) के भीतर विद्युत भंजन सम्भव है। किन्तु अलग-अलग माध्यमों में वैद्युत भंजन की मेकैनिज्म भिन्न-भिन्न होती है।

टेस्ला कुण्डली से रिबन जैसे वैद्युत भंजन

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इन्हें भी देखें संपादित करें