वोट के बदले नोट
वोट के बदले नोट काण्ड 2008 में कांग्रेस सरकार को बचाने के लिए हुआ। 2008 में परमाणु विधेयक पर मतदान में कांग्रेस सरकार अल्पमत में थी। सोनिया गाँधी, उनके राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल व अमर सिंह ने विपक्षी दलों के कुछ सांसदों को खरदीने की कोशिश की। सांसदों ने कांग्रेस का भांडा फोड़ने के लिए एक चाल चली. उन्होंने (भगोरा, कुलस्ते, अर्गल) ये रुपये संसद में लहराने का निश्चय किया। बकौल इसके लिए CNN IBN के राजदीप सरदेसाई के साथ मिलकर एक स्टिंग ओपरेशन तैयार किया। यह निश्चय हुआ की जब सांसद नोट लहरायेंगे तो बाहर चैनल पर ये पर्दाफाश होगा, लेकिन राजदीप ने ये बात सोनिया और अहमद पटेल को बता दी और चैनल पर स्टिंग ओपरेशन नहीं दिखाया.