शफीकुर रहमान
शफीकुर रहमान (बंगालीः শফিকুর রহমান) एक बांग्लादेशी राजनेता, चिकित्सक और बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी के वर्तमान अमीर हैं।[1] उन्होंने अक्टूबर 2016 से नवंबर 2019 तक जमात के महासचिव के रूप में कार्य किया। उन्हें 12 नवंबर 2019 को जमात-ए-इस्लामी का अमीर चुना गया था।[2] वह पार्टी के पूर्व कार्यवाहक महासचिव थे। [3][4][5] कार्यवाहक महासचिव बनने से पहले, वह पार्टी की सिलहट शहर शाखा के अमीर (नेता) थे।[6]
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंरहमान का जन्म 31 अक्टूबर 1958 को मौलवीबाजार जिले के कुलौरा उपज़िला के अंतर्गत भटेरा यूनियन में हुआ था। इनके पिता का नाम अबरु मिया और माता का नाम खतीबुन है। वे अपने परिवार के तीसरे बेटे हैं। रहमान ने 1974 में बारामूला हाई स्कूल से एसएससी पास किया, फिर उन्होंने 1976 में सिलहट के एमसी कॉलेज से एचएससी पास किया। उन्होंने 1983 में सिलहट एमएजी उस्मानी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की।[7]
करियर
संपादित करेंरहमान ने 1973 में जातीय समाजवादी दल की छात्र शाखा के माध्यम से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।[8] वह 1977 में इस्लामी छात्र शिविर में शामिल हुए। जब वे सिलहट उस्मानी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे थे, तब वे छात्र शिबिर मेडिकल शाखा और बाद में सिलहट जिला शाखा के अध्यक्ष बने। 1984 में वह जमात-ए-इस्लामी में शामिल हो गए। बाद में उन्होंने सिलहट के अमीर के रूप में कार्य किया। 2010 में सहायक महासचिव के रूप में केंद्रीय स्तर पर पदभार संभालने के बाद और 19 सितंबर 2011 को पहले कार्यवाहक महासचिव के रूप, उन्होंने 2016 में महासचिव के रूप मे पदभार संभाला।[9]
निजी जीवन
संपादित करेंरहमान की शादी 5 जनवरी 1985 को डॉ. अमीना बेगम से हुई थी। उन्होंने आठवें जातीय संसद चुनाव में एक आरक्षित सीट के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। विवाहित दंपति के 2 बेटियों और 1 बेटे सहित 3 बच्चे हैं।[10][8]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Jamaat will ensure free working environment for journalists, says its Ameer". The Daily Observer (Bangladesh). 28 August 2024. अभिगमन तिथि 29 August 2024."Jamaat will ensure free working environment for journalists, says its Ameer". The Daily Observer (Bangladesh). 28 August 2024. Retrieved 29 August 2024.
- ↑ "Dr Shafiqur elected Ameer of Jamaat-e-Islami". Dhaka Tribune. 2019-11-12. अभिगमन तिथि 2019-11-12."Dr Shafiqur elected Ameer of Jamaat-e-Islami". Dhaka Tribune. 12 November 2019. Retrieved 12 November 2019.
- ↑ "Jamaat-e-Islami calls for shutdown on Wednesday over Mir Quasem's war crimes verdict". bdnews24.com. 30 August 2016. अभिगमन तिथि 2016-12-12."Jamaat-e-Islami calls for shutdown on Wednesday over Mir Quasem's war crimes verdict". bdnews24.com. 30 August 2016. Retrieved 12 December 2016.
- ↑ "Bangladesh set to execute Jamaat-e-Islami leader". Anadolu Agency. अभिगमन तिथि 2016-12-12."Bangladesh set to execute Jamaat-e-Islami leader". Anadolu Agency. Retrieved 12 December 2016.
- ↑ "Maqbul Ahmed takes oath as Jamaat chief". Dhaka Tribune. 2016-10-17. अभिगमन तिथि 2016-12-12."Maqbul Ahmed takes oath as Jamaat chief". Dhaka Tribune. 17 October 2016. Retrieved 12 December 2016.
- ↑ "Ex-Ameer of Sylhet Jamaat, 3 others sued". The Daily Star (Bangladesh). 2008-07-23. अभिगमन तिथि 2017-01-05."Ex-Ameer of Sylhet Jamaat, 3 others sued". The Daily Star (Bangladesh). 23 July 2008. Retrieved 5 January 2017.
- ↑ ঢাকা-১৫ আসনে নির্বাচন করতে চান জামায়াত সেক্রেটারি ডা: শফিক. Daily Nayadiganta (Bengali में). अभिगमन तिथि 12 November 2019.
- ↑ अ आ আমীরে জামায়াত ডা. শফিকুর রহমান এর সংক্ষিপ্ত জীবন বৃত্তান্ত. Jamaat-e-Islami (Bengali में). मूल से 27 October 2022 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 October 2022.আমীরে জামায়াত ডা. শফিকুর রহমান এর সংক্ষিপ্ত জীবন বৃত্তান্ত. Jamaat-e-Islami (in Bengali). Archived from the original on 27 October 2022. Retrieved 27 October 2022.
सन्दर्भ त्रुटि:
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अमान्य टैग है; "j" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है - ↑ "Shafiqur elected Jamaat's Ameer". The Daily Star. 12 November 2019. अभिगमन तिथि 12 November 2019.
- ↑ ঢাকা-১৫ আসন থেকে মনোনয়নপত্র সংগ্রহ করলেন ডা. শফিকুর রহমান. The Daily Sangram (Bengali में). अभिगमन तिथि 12 November 2019.