शशि साँखला
शशि साँखला एक कथक नृतकी है जो कि जयपुर ,राजस्थान से है। कथक नृत्य में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।[1] और अब वह जयपुर कथक केंद्र की प्राचार्या भी हैं। उन्होंने जोधपुर में १८ वर्ष की आयु में एक शिक्षक के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था और १९७८ में जयपुर कथक केंद्र (राजस्थान सरकार के एक स्वायत्त निकाय) में शामिल हो गई और २००६ में प्रधानाचार्या के रूप में सेवानिवृत्त हुई। उनके पास ४० साल के शिक्षण का अनुभव हैं और उन्होंने भारतीयों के अलावा कई विदेशी बच्चों को भी प्रशिक्षित किया है। उन्होंने अपने शिक्षण काल में कई नृत्य जैसे बैले, पनिहारी, राधारी, चाउंसार, दशावतार, गणगौर, राजपूतानी आदि नृत्यों के साथ कथक किया और लोक नृत्य के संयोजन में उनकी विशेषज्ञता अद्वितीय है।
शशि साँखला | |
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जन्म | जयपुर, राजस्थान ,भारत |
विधायें | कथक |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 मई 2017.