शहीद कोश या 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स' भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR) द्वारा तैयार किया गया एक कोश है जिसमें भारत के स्वाधीनता संग्राम के शहीदों के नामों का संकलन है। इस शब्दकोश में 'शहीद' उन लोगों को माना गया है जिनकी स्वंतंत्रता संग्राम के दौरान मृत्यु हो गई अथवा जो हिरासत में मारे गए थे अथवा जिन्होंने भारत की आजादी के लिये राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया और जिन्हें ब्रितानी सरकार ने मृत्युदण्ड दिया। इसमें आजाद हिन्द फौज उन सैनिकों या पूर्व-सैन्यकर्मियों को भी शामिल किया गया है जो अंग्रेजों से लड़ते हुए मारे गए थे।

इसमें 1857 का विद्रोह, जलियाँवाला बाग नरसंहार (1919), असहयोग आंदोलन (1920-22), सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-34), भारत छोड़ो आंदोलन (1942-44), क्रांतिकारी आंदोलनों (1915-34), किसान आंदोलन, आदिवासी आंदोलन, रियासतों में ज़िम्मेदार सरकार के लिए आंदोलन (प्रजामंडल), इंडियन नेशनल आर्मी (INA, 1943-45), रॉयल इंडियन नेवी अपसर्ज (RIN, 1946) आदि के शहीदों को शामिल किया गया है। इन संस्करणों में करीब 13,500 शहीदों के बारे में जानकारी दी गई है।[1]

इसे निम्नलिखित पाँच खंडों (क्षेत्रवार) में प्रकाशित किया गया है:

  • (१) 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स : इंडियाज़ फ्रीडम स्ट्रगल (1857-1947)', खंड 1, भाग एक और भाग दो- इस खंड में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के 4,400 से अधिक शहीदों को सूचीबद्ध किया गया है।
  • (२) 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स : इंडियाज़ फ्रीडम स्ट्रगल (1857-1947)', खंड 2, भाग एक और भाग दो- इस खंड में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के 3,500 से अधिक शहीदों को सूचीबद्ध किया गया है।
  • (३) 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स : इंडियाज़ फ्रीडम स्ट्रगल (1857-1947)', खंड 3- इस खंड में शामिल शहीदों की संख्या 1,400 से अधिक है। इस खंड में महाराष्ट्र, गुजरात और सिंध के शहीदों को शामिल किया गया है।
  • (३) 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स : इंडियाज़ फ्रीडम स्ट्रगल (1857-1947)', खंड 4- इस खंड में शामिल शहीदों की संख्या 3,300 से अधिक है। इस खंड में बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा के शहीदों को शामिल किया गया है।
  • (४) 'डिक्शनरी ऑफ मार्टर्स : इंडियाज़ फ्रीडम स्ट्रगल (1857-1947)', खंड 5- इस खंड में शामिल शहीदों की संख्या 1,450 से अधिक है। इस खंड में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के शहीदों को शामिल किया गया है।

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