शानच् प्रत्यय का उपयोग वर्तमान में आत्मनेपदि धातुओं को होता है। शानच् प्रत्यय में से 'मान' ये भाग बच जाता है। इस प्रत्यय के उपयोग से बने रूप के उदाहरण - वर्धमानः, कम्पमाना, वन्दमानम् इत्यादि हैं। [1]

  1. शतृशानजन्तमंजरी, संस्कृतभारती, बेंगळुरु, ISBN - 978-81-88220-24-8

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