शारदा द्विवेदी

इतिहासकार और शोधकर्ता

शारदा द्विवेदी एक इतिहासकार और शोधकर्ता है। उन्होंने मुंबई के इतिहास और संस्कृति (पूर्व में बंबई) पर कई किताबें लिखीं है।[1] वह मुंबई हेरिटेज संरक्षण समिति के पैनल पर भी थीं। उनकी एक प्रसिद्ध काम बॉम्बे, शहर के भीतर (१९९५) एक किताब है।[2]

शारदा द्विवेदी
जन्म c. १९४२
मुंबई, भारत
मौत ६ फरवरी २०१२
मुंबई, भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
नागरिकता भारतीय
शिक्षा की जगह सिडनहैम महाविद्यालय
गृह-नगर Mumbai
प्रसिद्धि का कारण लेखिका

शारदा द्विवेदी ने मुंबई में क्वीन मैरी स्कूल, मुम्बई में अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर मुंबई विश्वविद्यालय से सिडनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से स्नातक किया।[3] द्विवेदी मुंबई में कई संरक्षण परियोजनाओं में शामिल थे और मुंबई हेरिटेज संरक्षण समिति के सदस्य के रूप में कार्यरत थी।

द्विवेदी के लेखन में कला, वास्तुकला, अंदरूनी, विरासत, संरक्षण और भोजन और सुंदरता की परंपराओं जैसे विषय शामिल हैं।[4]

  • बॉम्बे, शहरों के भीतर (१९९५)
  • बाणगंगा, पवित्र टैंक (१९९६)
  • फोर्ट वाल्क्स (१९९९)
  • महाराजा (१९९९)

द्विवेदी का मुंबई में ६ फरवरी २०१२ को निधन हो गया।[5]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Books authored by Sharada dwivedi". मूल से 17 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मई 2017.
  2. "Heritage conservation" (PDF). मूल (PDF) से 22 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मई 2017.
  3. "Architecture - A Visual Interpretation of Photos taken by Rahul Mehrotra tecture from the Basel Mission Picture Archive". मूल से 2008-07-14 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-10-23.
  4. "Spectrum the Tribune, Sunday, March 18, 2012, Maximum love for Maximum City Michael Edison Hayden". मूल से 30 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मई 2017.
  5. "Sharada Dwivedi: 'Death of a Chronicler', FEBRUARY 7, 2012 9:40 AM BY MICHAEL EDISON HAYDEN". मूल से 1 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मई 2017.