शारीरिक सामर्थ्य
शारीरिक सामर्थ्य अथवा शारीरिक शक्ति किसी व्यक्ति द्वारा भौतिक वस्तुओं पर लगाए गए बल का माप है। शारीरिक शक्ति को बढ़ाना ही शक्ति प्रशिक्षण का लक्ष्य है।
किसी व्यक्ति का शारीरिक सामर्थ्य दो कारकों द्वारा निर्धारित होता है: बल उत्पन्न करने के लिए मांसपेशीयों द्वारा उत्पन्न पारक्षेत्र और इसकी तीव्रता। व्यक्तिगत मांसपेशी फाइबर अनुपात को मांसपेशी जीवोतिपरीक्षा (बायोप्सी) के माध्यम से निर्धारित किया जा सकता है।[1][2]