शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन

सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शाहिनबाग़ के प्रदर्शन

शाहीन बाग का विरोध महिलाओं की अगुवाई में 24/7 सिट-पीस शांतिपूर्ण चल रहा है,जो 11 दिसंबर 2019 को संसद के दोनों सदनों में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के पारित होने के खिलाफ शुरू हुआ। प्रदर्शनकारियों ने न केवल सीएए (CAA)-एनआरसी(NRC) पर बल्कि महिलाओं की सुरक्षा, वस्तुओं की बढ़ती लागत, बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी के कारण भी आंदोलन किया है। शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मुस्लिम महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने 15 दिसंबर 2019 से 55 दिनों (9फरवरी) तक अहिंसक प्रतिरोध का इस्तेमाल करते हुए नई दिल्ली में एक प्रमुख राजमार्ग को 8 फरवरी 2020 तक बंद कर दिया है।

22 जनवरी 2020 को पुणे में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ 'शाहीन बाग' विरोध प्रदर्शन

यह अब CAA-NRC-NPR के खिलाफ सबसे लंबे समय तक जारी विरोध बन गया है।



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