शिलांग भूभौतिकीय अनुसंधान केंद्र

शिलांग भूभौतिकीय अनुसंधान केंद्र (एसजीआरसी) की स्थापना भारतीय भूचुम्बकत्व संस्थान (आईआईजी) के तीसरे क्षेत्रीय केंद्र के रूप में १८ जनवरी २०१६ को हुई।[1] इस संस्थान का प्रमुख उद्देश्य भूकंप प्रक्रियाओं को उजागर करने और भूकंप के पूर्वानुमानों के लिए एक अग्रदूत मॉडल का सृजन करना है। शिलांग में स्‍थापित नये केन्‍द्र का अनुसंधान में ध्यान संख्यात्मक मॉडलिंग उपकरणों द्वारा सहायता प्राप्त अवलोकन तकनीक की एक किस्म का उपयोग करके उत्तर-पूर्व में विभिन्न वायुमंडलीय क्षेत्रों में पूर्व और सह-भूकंपीय सिग्‍नेचरों के गूढ़ रहस्यों का पता लगाने पर केन्द्रित होगा। एसजीआरसी में लगाये गये उपकरणों से इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप संबंधी संकेतों की चेतावनी जल्‍दी मिलने से इस क्षेत्र में भूकंप के पड़ने वाले व्‍यापक प्रभाव को कम करने में सहायता मिलेगी।