शिवि

प्राचीन भारत में गणतन्त्र

शिवि प्राचीन राजस्थान का एक जनपद हुआ करता था। इसी नाम के एक राजा के पात्रनाम से एक लोकप्रिय कहानी जुड़ी है जहाँ पर राजा शिवि ने एक निर्दोष पक्षी को बचाने के लिये अपने शरीर के टुकडे काटकर भक्षक को सौंप दिये थे। बाद में ईश्वर प्रकट हुए और शिवि को बताया कि उनका ये बलिदान एक परीक्षा का ही हिस्सा था।

यह कहानी इजा़क के बलिदान से काफी मिलती जुलती है और यह संभव है कि इस्लामी प्रसार के दौरान इस कहानी का उत्तर भारत में और प्रचार हुआ।

शिवि जनपद‌ वर्तमान में चितोडगढ(राज.) में स्थित है! इसकी‌ राजधानी शिवपुर थी|