डॉ शीतल आमटे-कराजगी एक भारतीय चिकित्सक, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, विकलांगता विशेषज्ञ और एक फोटोग्राफर हैं। वह वर्तमान में महाराष्ट्र राज्य में आनंदवन में महारोगी सेवा समिति की मुखिया हैं। वह डॉ विकास आमटे की बेटी और बाबा आमटे की पोती हैं। जनवरी 2016 मेंउन्हें विश्व आर्थिक मंच द्वारा 'यंग ग्लोबल लीडर 2016' के रूप में चुना गया था। वह दक्षिण एशियाई पुल पहल जिस का उद्देश्य रचनात्मक परोपकारी मॉडल दक्षिण एशिया में सेट अप करना है, की एक सक्रिय सदस्य हैं। अप्रैल 2016 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र द्वारा 'नवाचार राजदूत' चुना गया था और वह 'शांति के नवाचारों' की सलाहकार हैं जो कि नवाचार पर विश्व शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र की एक पहल है। वह २०१६ इंक फैलोशिप की प्राप्तकर्ता हैं।[1]

डा शीतल आमटे-कराजगी
जन्म वरोरा, महाराष्ट्र
राष्ट्रीयता भारतीय
शिक्षा की जगह सरकारी मेडिकल कालेज (नागपुर)
पेशा डॉक्टर, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, विकलांग विशेषज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता, फोटोग्राफर
प्रसिद्धि का कारण महारोगी सेवा समिति, वरोरा के सीईओ, वरोरा
वेबसाइट
www.sheetalamtekarajgi.com
  1. "Stories, Ideas and Perspectives | 300+ Inspirational talks by remarkable people from INK events -". मूल से 30 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-08-26.