शीतल वाणी हिंदी भाषा की एक प्रतिष्ठित पत्रिका हैं। डॉ॰ वीरेंद्र आज़म इसके सम्पादक हैं। यह पत्रिका उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से प्रकाशित होती हैं।[1][2]पत्रिका का प्रकाशन धनोपार्जन के लिए नहीं अपितु हिन्दी के नये और युवा रचनाकारों को मंच उपलब्ध कराना है।  कवि शमशेर बहादुर व नरेश सक्सेना, नाट्य लेखक व कथाकार डॉ. लक्ष्मी नारायण लाल, भाषाविद् डॉ. द्वारिका प्रसाद सक्सेना, आलोचक कमला प्रसाद, कथाकार से रा यात्री,कथाकार बलराम व उदय प्रकाश तथा प्रशासक व कवि, संस्मरण  लेखक आर पी शुक्ल,हाइकुकार व हिन्दी ग़ज़लकार कमलेश भट्ट कमल, प्रख्यात गीतकार राजेंद्र राजन आदि साहित्य मनीषियों को केंद्र में रखकर पत्रिका द्वारा विशेषांक निकाले जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त शीतल वाणी के अन्य अंकों में देश के जाने माने गीतकार बालकवि बैरागी और गोपालदास नीरज, बाल साहित्य के रचनाकार कृष्ण शलभ,ख्यात साहित्यकार मनु शर्मा और कुंवर नारायण आदि पर भी विशेष सामग्री और लेख प्रकाशित किए जा चुके हैं।

  1. "'शीतल वाणी' पत्रिका का 'उदय प्रकाश' पर केन्द्रित अंक". मूल से 6 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अक्तूबर 2014.
  2. "'शीतल वाणी' ने दिया एक करामाती कमाण्डर को सेल्यूट !". मूल से 6 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अक्तूबर 2014.