राजस्थान सरकार ने बालिका के पैदा होने को शुभ मानने और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए शुभलक्ष्मी योजना शुरू की है। योजना के अंतरगत बेटियों के पैदा होने पर लड़की के माता-पिता को 2100 रुपिये सरकार द्वारा दिए जाएँगे। इसी प्रकार से जब बेटियों की उम्र पढ़ने की हो जायेगी तब उन्हें 3100 रुपिये का धनादेश या चैक दिया जाएगा। एक और विशेष बात यह है कि इस योजना के अंतरगत लड़की के विवाह के समय लड़की की माता को 7300 रुपिये का धनादेश दिए जाने का प्रावधान है।

लक्ष्य संपादित करें

कन्या भ्रूण हत्या को रोकने तथा बेटियों को शिक्षित कराने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। [1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मार्च 2015.