शून्यतः सृष्‍टि ( अर्थात 'शून्य से सृजित सृष्टि' ; लातिन "Creatio ex nihilo" ) वह सिद्धान्त है जिसके अनुसार पदार्थ शाश्वत नहीं है, बल्कि किसी देव या भगवान द्वारा निर्मित है। [1] यह इस प्रश्न का आस्तिक उत्तर है कि ब्रह्माण्ड कैसे अस्तित्व में आया। यह "शून्य से शून्य ही उत्पन्न होता है" (लातीन : Ex nihilo nihil fit) के सिद्धान्त के विपरीत है जो यह मानता है कि सभी वस्तुएँ पहले से अस्तिवमान वस्तुओं से ही बनीं हैं।

'जूड्स हिस्टोरिस्क म्यूजियम' में एली कंटेंट द्वारा निर्मित 'जीवन का वृक्ष'

इन्हें भी देखें

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