शेपर्ड टेबल्स एक दृष्टिभ्रम है जिसे १९९० में स्टैनफोर्ड के मनोवैज्ञानिक रोजर एन शेपर्ड द्वारा "टर्निंग द टेबल" के नाम से उनकी पुस्तक माइंड साइट्स में प्रकाशित किया था। यह सबसे शक्तिशाली दृष्टिभ्रमों में से एक है, जो आमतौर पर लंबाई में २०-२५% के गलत अनुमान बनाता है।

शेपर्ड टेबल्स

इस में दो समान्तर चतुर्भुज दिखते है जिसे तीन आयामी रुप में दो टेबल याने मेज के रुप में दिखाया गया हैं। दोनो समान्तर चतुर्भुज एक ही माप के होकर भी अलग अलग लगते हैं।