श्यामसुन्दर चक्रवर्ती
श्यामसुन्दर चक्रवर्ती (12 जुलाई 1869 - 7 सितम्बर 1932) बंगाल के एक भारतीय क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार थे। उनका जन्म बंगाल प्रेसीडेंसी (वर्तमान में बांग्लादेश ) में पाबना के भारेंगा में हुआ था। वे अविनाश चक्रवर्ती और अन्नद कविराज के साथ बंगाली क्रांतिकारियों के "पाबना समूह" से संबंधित थे। [1] 1905 में वे क्रांतिकारी पत्रिका संध्या के उप-संपादक थे। 1906 में वे बंगाली राष्ट्रवादी समाचार पत्र बंदे मातरम् के संपादक श्री अरबिंदो के सहायक के रूप में शामिल हुए और बाद में इसके संपादक बने। [2] 1908 में उन्हें बर्मा निर्वासित कर दिया गया। [3] बाद में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अहिंसक तरीकों के अनुयायी और स्वराज पार्टी के पदाधिकारी बन गये। [4] उन्होंने असहयोग आन्दोलन को बढ़ावा देने के लिए 1920 में "द सर्वेंट" नामक समाचार पत्र की स्थापना की और उसका संपादन किया। [5] [6]
कृतियाँ
संपादित करें- Through Solititude and Sorrow (एकांत और दुःख के माध्यम से)
- My Mother's Face (मेरी माँ का मुखमण्डल)
संदर्भ
संपादित करें- ↑ Guha, Arun Chandra (1971). First spark of revolution: the early phase of India's struggle for independence, 1900-1920. Orient Longman. पपृ॰ 214–216. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780883860380.
- ↑ "Bande Mataram". sankalpindia. 17 July 2008. मूल से 16 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 February 2010.
- ↑ Political Agitators in India. पृ॰ 8.
- ↑ Sharma, Suresh K (2006). Documents on North-East India: Assam (1664-1935). Mittal Publications. पपृ॰ 274–276. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-8324-089-5.
- ↑ Sharma, Jagdish Saran (1981). Encyclopaedia Indica, Volume 2. S. Chand. पृ॰ 1121.
- ↑ Gandhi, Gopalkrishna; Amartya Sen (2008). A frank friendship: Gandhi and Bengal : a descriptive chronology. Seagull Books. पृ॰ 82. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-905422-63-0.