संबद्ध प्रकाश या संसक्त प्रकाश (अंग्रेज़ी: Coherent light) उन विद्युत-चुम्बकीय तरंगों को कहा जाता है जिनमें कलान्तर शून्य होता है अर्थात सम्बंद्ध प्रकाश की किरणें समान कला में होती हैं। लेसर के विकास से पूर्व इस तरह की तरंगे केवल सैद्धान्तिक तौर पर प्राप्त हो सकती थीं।