सत्याग्रह सदन

जोहान्सबर्ग में स्थित एतिहासिक घर

सत्याग्रह सदन, या सत्याग्रह हाउस, जिसे आमतौर पर गांधी हाउस के रूप में जाना जाता है, जोहान्सबर्ग में स्थित संग्रहालय और अतिथि गृह है। घर महात्मा गांधी का था: उन का यह 1908 से 1909 के बीच निवास स्थान व कार्यस्थल था।[1] यह जोहान्सबर्ग की ऐतिहासिक विरासत के हिस्से के रूप में पंजीकृत है। सत्याग्रह का अर्थ सच्चाई का आग्रह करना होता है। घर गांधी और खुद के लिए वास्तुकार हर्मन कैलनबाक द्वारा डिज़ाइन किया गया था।

गाँधी हाउस
सत्याग्रह सदन
नक्शा
स्थापित1 जनवरी 2007 (2007-01-01)
अवस्थिति15 पाइन रोड, ओर्चार्ड्स, जोहान्सबर्ग
प्रकारजोहान्सबर्ग की ऐतिहासिक विरासत
रखवाला (क्यूरेटर)लॉरेन सेगल
जालस्थलsatyagrahahouse.com

गाँधी ने 1893 से 1914 के बीच अपने जीवन के 21 वर्ष दक्षिण अफ़्रीका में व्यतीत किए थे, हालांकि इस अवधि में वे भारत और यूनाइटेड किंगडम का दौरा भी किया करते थे।[2] ऐसा माना जाता है कि गाँधी को नस्लीय भेदभाव के बारे में सबसे पहले वहाँ ज्ञान हुआ, जब उन्हें पिटरमैरिट्ज़बर्ग रेलवे स्टेशन से केवल गोरों के लिए आरक्षित डिब्बे से यात्रा करने के कारण गिरफ्तार कर लिया था।[3]

  1. "गांधी का जोहान्सबर्ग वाला घर अब है अनोखा संग्रहालय". पंजाब केसरी. 19 नवम्बर 2011. अभिगमन तिथि 6 अगस्त 2013.
  2. "Serene Satyagraha House opens". सिटी ऑफ़ जोहान्सबर्ग. मूल से 8 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 अगस्त 2013.
  3. "Gandhi History in South Africa". सत्याग्रह सदन. मूल से 12 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 अगस्त 2013.