सदस्य:अरुण आनंद सिंह/प्रयोगपृष्ठ

डॉ० श्रीनिवास संपादित करें

डॉक्टर श्रीनिवास (30 दिसंबर 1919-02 नवंबर 2010) प्रख्यात हृदय रोग चिकित्सक, अविष्कारक, आध्यात्मिक चिंतक और साहित्यकार थे। उनका जन्म तत्कालीन दरभंगा जिला के गढ़सिसई गांव (वर्तमान समस्तीपुर जिला) में हुआ था। पिता रामप्यारे सिंह देशी चिकित्सा के ज्ञाता थे और माँ कमला देवी धर्मनिष्ठ महिला थीं। उन्हें भारत का पहला हृदयरोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) माना जाता है। भारत सरकार के डाक तार विभाग ने उनपर एक विशेष आवरण डाक टिकट जारी कर उन्हें सम्मानित भी किया।[1]

डॉ० श्रीनिवास को 1948 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा के लिए एला लैमन काबेट फ़ेलोशिप मिला। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (एम.डी), डॉक्टर ऑफ़ साइंस (डी.एससी) की डिग्री ली। उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैनसस से हस्केल फैलोशिप भी मिला। हार्वर्ड, अमेरिका में 'आधुनिक ह्रदय रोग चिकित्सा विज्ञान के जनक' विश्वविख्यात डॉ पॉल  डुडले व्हाइट से प्रशिक्षित डॉ श्रीनिवास अकेले ऐसे भारतीय थे जिन्हें उनसे प्रशिक्षण पाने का दुर्लभ अवसर प्राप्त हुआ था। [2]

  1. भारत के पहले हार्ट सर्जन पटना के डॉ. श्रीनिवास की कमाल कहानी | Qitabwala | The Lallantop, अभिगमन तिथि 2020-05-21
  2. कुमार, प्रदीप (2019-07-29). "भारत के दिल के पहले डॉक्टर की दिलचस्प कहानी". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2020-05-21.