सदस्य:Ashalata patil/प्रयोगपृष्ठ
हिंदी भाषा और अंतरजाल
21वी सदी के वर्तमान दशक में संचार माध्यम एक नये दौर में प्रवेश कर चुका है| इसका प्रभाव संपूर्ण समाज व्यवस्था पर पडा है|संचार क्षेत्र में निरतंर तकनीकी एवं अन्य दृष्टि से विकास हो रहा है|नव इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जनता एक दूसरे के साथ जुडी़ हुई है|इस तकनीकी ने दूरी तथा समय का अंतर कम कर दिया है| इलेक्ट्रॉनिक माध्यम हिंदी के प्रचार-प्रसार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं|इन माध्यमों से मनुष्य घर बैठे पूरे विश्व की जानकारी ले सकता है|
इंटरनेट का हिंदी भाषा के लिए महत्व-
इंटरनेट पर पहले अंग्रेजी भाषा का प्रभुत्व था|लेकिन अब धीरे-धीरे हिंदी भाषा स्थान महत्त्वपूर्ण बन रहा है|आज करोंडो लोग संगणक और मोबाईल से इंटरनेट का प्रयोग अलग-अलग भाषाओं में कर रहे हैं|अंतरजाल(इंटरनेट) की वजह से हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार बढा़ है|हिंदी भाषा में अंतरजाल की उपयुक्तता निम्नलिखित रूप में -
१)हिंदी को इंटरनेट के द्वारा साहित्यिक,समाचार पत्र,करीअर,शिक्षा,चिकित्सा संबंधी आदि की जानकारी आॕनलाइन देख सकते हैं|
२) अपना लेख या किताबों को इंटरनेट द्वारा प्रसारित और प्रकाशित कर सकते हैं|
३)इच्छित पुस्तकें,समाचार पत्र,पत्रिकाएॕ,फिल्म,संगीत तथा साहित्य अन्य भाषाओं से हिंदी में अनुवाद करके पा सकते हैं|
४)डाॕट,विंडोज एवं युनिक्स द्वारा डेटा संस्थान का हिंदी भाषा का डेटा संसाधन का कार्य हो चुका है|
५)हिंदी के वर्तनी जाॕचक भी अब उपलब्ध है|आॕनलाइन शब्दकोश,वेबप्रकाशन,ई-मेल यह सुविधाएं उपलब्ध हैं|
६)इंटरनेट पर आधारित मुक्त विश्वकोश, हिंदी विकीपिडीया उपलब्ध हैं|
७)हिंदी भाषा के माध्यम से ब्लाॕग भी प्रकाशित करने की सुविधा उपलब्ध हैं|
८)युनिकोड से टंकण आसान हो गया है|
९)हिंदी भाषा आज संगणक से जुुुुुुड़ गई है,भाषा प्रौद्योगिकी रूप में सामनेे आ रही है|
इस तरह इंटरनेट से हिंदी के विकास को नई दिशा मिल रही है|