सदस्य:Ashwin Dubey/प्रयोगपृष्ठ
भिंड
अपनी तंग घाटियों, उपजाऊ भूमि, घने जंगलों, चंबल और सिंद घाटी में स्थित, कुंवारी और पाहुज नदी के मध्य बसा
उत्तरी मध्य प्रदेश में स्थित भिंड जिला अपनी तंग घाटियों, उपजाऊ भूमि और घने जंगलों के लिए जाना जाता है। चंबल और सिंद घाटी में स्थित यह जिला कुंवारी और पाहुज नदी के मध्य बसा है। भिंडी ऋषि के नाम पर इस जिले का नाम पड़ा है। नंवबर 1956 में इस जिले को मध्य प्रदेश में शामिल किया गया था। प्रारंभ में यह चार तहसीलों में विभक्त था जबकि वर्तमान में यह जिला सात तहसीलों में बंटा हुआ है। शुंग, मौर्य, नंद, कुषाण, गुप्त, हूण, गुर्जर, प्रतिहार, कच्छवाह, सूर, मुगल आदि शासकों का यहां शासन रहा है। भिंड जिले के किले, मंदिर और घाटियों पर्यटकों को खासे आकर्षित करते हैं, जिन्हें देखने की लालसा में उनका यहां निरंतर आवागमन होता रहता है।
क्या देखें अटेर का किला- यह किला भदौरिया राजा बदन सिंह, महा सिंह और बखत सिंह ने 1664 से 1668 के बीच बनवाया था। भदौरिया राजाओं के नाम पर ही इस क्षेत्र को बधवार कहा जाता था। गहरी चंबल घाटी में स्थित यह किला भिंड जिले से 35 किमी. पश्चिम में स्थित है। खूनी दरवाजा, बदन सिंह का महल, हथियापोर, राजा का बंगला, रानी का बंगला और बारह खंबा महल किले के मुख्य आकर्षण हैं।
वनखंडेश्वर मंदिर- भिंड नगर में स्थित इस शिव मंदिर का निर्माण राजा पृथ्वीराज चौहान ने 1175 ई. में करवाया था। माना जाता है कि मंदिर में एक ज्योति उस समय से आज तक जल रही है।
जैन मंदिर- भिंड-ग्वालियर रोड पर स्थित यह जैन मंदिर भिंड से 5 किमी. दक्षिण में स्थित है। माना जाता है कि इन जैन मंदिरों का निर्माण भगवान महावीर स्वामी के यहां आने के बाद हुआ था। तांगा या निजी वाहन के माध्यम से ही मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
माता रेणुका मंदिर- यह मंदिर मऊ के निकट गोहड तहसील में स्थित है। माना जाता है यहीं महर्षि परशुराम का जन्म हुआ था। मान्यता है कि परशुराम ने अपने पिता के आदेश पर अपनी माता का सिर काट दिया था। मंदिर में माता रेणुका की प्रतिमा स्थापित है जिसमें उनका सिर धड़ से अलग है।
गोहड का किला- यह किला जाट राजा महा सिंह ने 16 वीं शताब्दी में बनवाया था। हालांकि किला क्षतिग्रस्त अवस्था में है लेकिन उसके एक महल में अनेक सरकारी कार्यालय हैं। महल में की गईं शानदार नक्कासियां बेहद आकर्षक हैं। किले का कछरी महल ईरानी कला का एक बेहतरीन नमूना है।
कैसे जाएं वायु मार्ग- ग्वालियर भिंड जिले का नजदीकी एयरपोर्ट है जो देश और राज्य के अनेक बड़े शहरों से वायु मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग- भिंड रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अनेक शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग- भिंड के बस स्टैंड के लिए पडोसी राज्यों और शहरों से राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें चलती रहती हैं।