सदस्य:Ayushi Khivesara/प्रयोगपृष्ठ
मै और मेरा परिवार
संपादित करेंमेरा नाम आयुशि है और मैन सत्राह साल कि हून। मेर जन्म चेन्नै मैन हुअ और मैने अप्ने जीवन का सब्से मुख्य समय वहिन पर बिताय है अब मैन अप्नि शिक्श बएङ्लोर मैन क्रिस्त विश्वविगयालय मे पुरि कर रहिन हून। मेरा घर चेन्नै मैन है और मेरे परिवार मैन आंठ लोग रह्ते है। मेरा घर से दूर अने का येह मक्सद है कि मैन अप्ने बल पर पढ लिख कर अप्नि माँ को सरि दुनिया कि सेर करवा सकू।
मेरे पितजि के गुजर जने के बाद मेरे भाई ने सार करोबार अप्ने हाथ मे लिय और छुटियो मैन मुझे भि उस पर कुछ ज्ञान दिय। येह एक बहुत कि अद्भुद समय थता बहुत कुछ सेख ने कओ मिल यतोह मुझे अब हिसाब और काम करने कि कल पर थोद कुछ ध्यान है।मुझे अप्ने माँ कि रसोइ बहुत पस्न्द है। पर जितनि मैन कन पान मे तेज होन ,तो मैन रोह एक घन्टे के लिये व्ययाम भि करति हू। मेरि बछोपन से एच्छा थि कि मैन कुछ एसि शिक्श प्रप्त करून जो दुस्रो के काम आ सके। आब मैन दिमगि बिमारियोन पर अप्नि शिक्श ले रहि हून और मुझे उम्मीद है कि एक दिन ये बहुत से लोगो के काम अये गि।
मेरी शिक्षा
संपादित करेंमैने अप्नि पुर्व शिक्श गूद शेपेर्ड चोन्वेन्ट मै कि है। चेन्नै मेर हमेश से सब्से प्यर शहर रह है और अब बेङ्लोर भि उस्मे एक है।मैन कहेल कूद मैन ज्यादा अछि नहि थि। पर मुझे कबडि बहुत पसन्द है। मैने अप्न पुर जीवन अधिक्तर मैदान के बाहर बितय है। मुझे कितबओ से बहुत लगाव है मुझे पढना बहुत पसन्द है। मेरि सब्से मन पासन्द कितब है जेन अयेर जो चर्लोट ब्रोन्ते ने लिखि है। बकि मुझे कबीर के दोहे भि बहुत पसन्द है। मैन नाटक और न्रुत्य मै बहुत अछि हून। मुझे नच्न , गान बहुत पसन्द है। जब मैन सकूल मैन थि तोह मैन एक एवेरगे छात्रा ति। थोदि नट्घट भि थि। मैने अप्ने सकूल मे जित्ने भि समेलनो या प्रत्योगिता मे भग लिय है उन सब मे मैने पुरस्कार पाया है।
मेरी रुचियाँ
संपादित करेंमैन बदि हि घूअखदि और अक्खद व्यव्हार कि हून। नयि जगहो पर जाना और नाये लोगो से मिल्न मुझे बहुत पसन्द है और दुसरे देशो कि सभ्यता वह रह्न सहन के तरिको को परख्ना भि मुझे बहुत अछा लगाता है। अङ्रेजि खन और भाशा मे मुछे बेहद रुचि है। विदेशि गने और नाटक के तरीके भि मुझे बहुत पसन्द है। मेर मनन है कि जीवन अल्प है तोह हमे एक नहि एह सरि दुनिय देख्ने केलिये कहि सारे जीवनो कि जरुरत है।
मेरे मित्र
संपादित करेंबकि मेरे दोस्त बहुत कम है क्योन कि मैन अप्ने बहुत करीबी लोगोन को हि अप्न मित्र मनति हून। मेरे दादाजि को मैन सब्से ज्यद सम्मान कर्ति हून । और वो एक हि है जिन्से मैन दर्ति हून। मेर परिवार बहुत हि पयार है।और मेरे दोस्त बहुत हि अच्छे है। मैन अप्ने आप को बहुत खुश नसीब मनती हूँ।