भ्रष्टाचार पर निबंध :

जैसा कि हम सभि जानते है कि भ्रषटाचर बहुत बुरी समस्या है! इससे व्यक्ति के साथ-साथ देश का भी विकास और प्रगति रुक जाता है! ये एक सामाजिक बुराई है इसान की सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक क्षमता के साथ खेल रहा है! पद, पैसा और ताकत के लालच की वजह से ये लगातार अपनी जडें गहरी करते जा रहा है! आपनी व्यक्तिगत संतुण्टि के लिये शक्ति, सत्ता, पद, और सार्वजनिक का दुरुपयोग है भ्रषटाचार! सुतत्रों के मुताबिक, पुरी दुनिया में भ्रष्टाचार के मामले में भारत क स्थान ८५ वॉं है! अगर युवा भ्रष्टाचार मुक्त समर्थन करते हैं, भारत भ्रष्टाचार मुक्त देश के रूप में शब्द हो सकता है!

भ्रष्टाचार सबसे अधिक सिविला सेवा, राजनीति, व्यापार और दुसरे गैर कानुनी क्षेत्रों में फेला हैं! भारत विश्व में अपने लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिये प्रसिद्ध है लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से इसका क्षति पहुँच रही है! इसके लिये सबसे ज्यादा जिम्मेदार हमारे यहाँ के रजनीतिज है जिनके हम अपनी देरों उम्मीदौ के साथ वोट देते है, चुनाव के भी हमें बडें सपने दिखाते है लेकिन चुनाव ही ये अपने असली रंग में आ जाते है! हमे यकिन है कि जिस दिन ये राजनीतिज अपने लालज को छोड़ देंगे उसी दिन से हमारा देश भ्रषटाचार मुक्त हो जाएगा! हमें अपने देश के लिये सरदार वल्लभभाई पटेल और लालबहादुर शास्त्री जौसे उ और भरोसेमंद नेता को चुनना चाहिए क्योकि केवल उन्हि जैसे नेताऔ ने ही भारत में भ्रष्टाचार को खत्म करने का काम कीया! हमारे देश के युवाओ को भी भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये आगे आना चाहिये साथ ही बढ़ते भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिये किसी ठोस कदम आवश्यकता है! जब कोई व्यक्ति न्याय व्यवस्था के मान्य के विरूद्ध जाकर अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए गलत आचरण करने लगता है तो वह व्यक्ति भ्रष्टाचारी कहलाता है! आज भारत जैसे सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश में भ्रष्टाचार अपनी जड़े फैला रहा है!

आज भारत में ऐसे कई व्यक्ति मौजूद हैं जो भ्रष्टाचारी है! आज पूरी दुनिया में भारत भ्रष्टाचार के मामले में 94वें स्थान पर है! भ्रष्टाचार के कई रंग-रूप है जैसे रिश्वत, काला-बाजारी, जान-बूझकर दाम बढ़ाना, पैसा लेकर काम करना, सस्ता सामान लाकर महंगा बेचना आदि! भ्रष्टाचार सभी क्षेत्रो में पाया जा सकता है! जैसे शिक्षा, सरकारी नौकरियां और आदी! भारत शीर्ष 5 देशों में है, जिनमें सबसे अधिक भ्रष्टताएं हैं! [1]


भ्रष्टाचार के कारण

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१) नैतिक मुल्यो में आयी भारी गिरावतट! २) भौतिक विमासिता में जिने तथा ऐशो-आराम की आदत! ३) झूठे दिखावे व प्रदर्शन के लिए! ४) झूठी सामाजिक प्रतिष्ठा पाने के लिए! ५) धन को ही सर्वस्व समझने के कारण!

भ्रष्टाचार को दूर करने के उपाय

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भ्रष्टाचार को दूर करने ओके लिए उल्लेखित सभी कारणों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करके उसे अपने आचरण से निकालने का प्रयत्न करना होगा तथा जिन कारणों से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है, उनको दूर करना होगा! भ्रष्टाचार का प्रभाव:भ्रष्टाचार के कारण जहां देश के राष्ट्रीय चरित्र का हनन होता है, वहीं देश के विकास की समस्त योजनाओं का उचित पालन न होने के कारण जनता को उसका लाभ नहीं मिल पाता! जो ईमानदार लोग होते हैं, उन्हें भयंकर मानसिक, शारीरिक, नैतिक, आर्थिक, सामाजिक यन्त्रणाओं का सामना करना पड़ता है! अधिकांश धन कुछ लोगों के पास होने पर गरीब-अमीर की खाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है! समस्त प्रकार के करों की चोरी के कारण भारत को भयंकर आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है! देश की वास्तविक प्रतिभाओं को धुन लग रहा है! भ्रष्टाचार के कारण कई लोग आत्महत्याएं भी कर रहे हैं! उपसंहार:भ्रष्टाचार का कैंसर हमारे देश के स्वास्थ्य को नष्ट कर रहा है! यह आतंकवाद से भी बड़ा खतरा बना हुआ है! भ्रष्टाचार के इस दलदल में गिने-चुने लोगों को छोड्‌कर सारा देश आकण्ठ डूबा हुआ-सा लगता है! कहा भी जा रहा है:‘सौ में 99 बेईमान, फिर भी मेरा देश महान!’ हमें भ्रष्टाचार रूपी दानव से अपने देश को बचाना होगा![2]

भ्रष्टाचार पर स्लोगन

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१) देश को आगे बढाना है, भ्रष्टाचार मिटाना है! २) निडर बनो भ्रष्टाचार को दुर करो! ३) भ्रष्टाचार मिटाओ देश बचाओ!