सदस्य:DR.JAI BHARDWAJ/प्रयोगपृष्ठ
योग प्रश्नमाला
संपादित करें।।अथ मंगलाचरण।।
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्रीगुरुवे नमः ॥
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नमस्ते ब्रह्मरुपाय विश्णुरुपाय ते नमः।
नमस्ते रुद्ररुपाय करिरुपाय ते नमः।
विश्वरुपस्वरुपाय नमस्ते ब्रह्मचारिणे।
भक्तप्रियाय देवाय नमस्तुभ्यं विनायक।।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येशु सर्वदा।।
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वन्दे वन्दारुमन्दारमिन्टु भूषण नन्दनम्।
अमन्दानन्दसन्दोह बन्धरं सिन्धुराननम्।।
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सर्वे भवन्तु सुखिनः
सर्वसन्तु निरामया।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु
मा कश्चिद्दुःखभागभवेत्।।
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प्रश्न-1 हठयोग से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- संस्कृत शब्दार्थ कौस्तुभ में हठयोग शब्द को दो अक्षरों में विभाजित किया गया है। ‘ह’ अर्थात हकार यानि सूर्य नाड़ी। ‘ठ’ अर्थात ठकार यानि चन्द्र नाड़ी।
प्रश्न-2 पिंगला (सूर्य नाड़ी) कौनसा स्वर कहा गया है?
उत्तर- दांया स्वर।
प्रश्न-3 इडा (चन्द्र नाड़ी) कौनसा स्वर कहा गया है?
उत्तर- बांया स्वर।
प्रश्न-4 हठयोग ग्रंथों में हठयोग साधना के कितने अंग वर्णित किए गए हैं? नाम बताइए।
उत्तर- सात (षट्कर्म, आसन, मुद्रा, प्रत्याहार, प्राणायाम, ध्यान व समाधि)।
प्रश्न-6 षट्कर्म की 6 क्रियाएं कौन सी हैं?
उत्तर- 1 धौति 2 बस्ति 3 नेति 4 नौलि 5 त्राटक 6 कपालभांति।
प्रश्न-7 आसन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- स्थिरता से सूखपूर्वक बैठने की क्रिया ही आसन है।
प्रश्न-8 पाचन संस्थान का शोधन करने वाली षट्क्रम की क्रिया का नाम है?
उत्तर- धौति क्रिया।
प्रश्न-9 मलाशय व बड़ी आँत का शोधन करने वाली षट्क्रम की क्रिया का नाम है?
उत्तर- बस्ति क्रिया।
प्रश्न-10 नासिका मार्ग की सफाई करने वाली षट्क्रम की क्रिया का नाम है?
उत्तर- नेति क्रिया।
प्रश्न-11 उदरस्थ पेशियों व आँतों को स्वस्थ करने वाली षट्क्रम की क्रिया का नाम है?
उत्तर- नेति क्रिया।
प्रश्न-12 नेत्र शोधन करने वाली षट्क्रम की क्रिया का नाम है?
उत्तर- त्राटक क्रिया।
प्रश्न-13 हठयोग साधना में कितने आसनों का उल्लेख विस्तार से किया गया है?
उत्तर- 32 आसनों का।
प्रश्न-14 घेरण्ड संहिता में मुद्रा व बंध की संख्या कितनी बताई गई है?
उत्तर- 25 (पच्चीश)।
प्रश्न-15 प्राणायाम से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- प्राणायाम दो शब्दों के मेल है प्राण और आयाम। प्राण ऊर्जा है, जो हमारे शरीर को धारण किए हुए है और शरीर को संचालित करती है और आयाम है निरोध (रोकना) अर्थात प्राणवायु को रोकना।
प्रश्न-16 हठयोग में प्राणायाम के कितने भेद बताये गये हैं?
उत्तर- आठ भेद।
प्रश्न-17 हठयोग साधना के छठे अंग का नाम बताइए?
उत्तर- ध्यान।
प्रश्न-18 हठयोग साधना के अंतिम या सातवां अंग का नाम बताइए?
उत्तर- समाधि।
प्रश्न-19 समाधि का निरन्तर अभ्यास हठयोग की एक साधना है जिसकी परिणति कैवल्य है। नाम बताओ?
उत्तर- राजयोग।
प्रश्न-20 शरीर शोधन क्रियाओं की संख्या बताइए?
उत्तर- 6 (षट्)।
प्रश्न-21 योग में किसके माध्यम से शरीर शोधन किया जाता है?
उत्तर- षट्कर्म।
प्रश्न-22 आयुर्वेद में किसके माध्यम से शरीर शोधन किया जाता है?
उत्तर- पंचकर्म।
प्रश्न-23 प्राकृतिक चिकित्सा में किसके माध्यम से शरीर शोधन किया जाता है?
उत्तर- पंचतत्व।
प्रश्न-21 वेदों में वर्णित जीवेमः शरदः शतम् का अर्थ समझाइए?
उत्तर- हम सौ वर्ष तक जीवित रहें।
प्रश्न-22 हठयोगप्रदिपिका के रचयिता का नाम बताइए?
उत्तर- स्वामी स्वात्माराम जी।
प्रश्न-23 हठयोगप्रदिपिका के कौनसे अध्याय में षट्कर्मों का वर्णन किया गया है?
उत्तर- द्वितीय अध्याय में।
प्रश्न-24 षट्कर्म की किस क्रिया में गुदा में जल प्रवेश कराया जाता है?
उत्तर- बस्ति कर्म।
प्रश्न-25 नासिका छिद्रों से प्रवेश करके मुख से निकालना कौनसी क्रिया कहलाती है?
उत्तर- नेति क्रिया।
प्रश्न-26 षट्कर्म की कौनसी क्रिया है जिसमें पुरुष कंधों को नीचा करके जल-भ्रमर के वेग के समान अपने उदर को दांयी व बांयी ओर तेजी से घुमाता है?
उत्तर- नौली क्रिया।
प्रश्न-27 षट्कर्म की कौनसी क्रिया है जिसके अभ्यास से नेत्ररोगों, तन्द्रा का नाश होता है तथा एकाग्रता एवं सम्मोहन शक्ति का विकास होता है?
उत्तर- त्राटक क्रिया।
प्रश्न-28 लौहार की धौंकनी के समान तेजी से रेचक और पूरक करने की क्रिया कहलाती है?
उत्तर- कपालभांति।
प्रश्न-29 घेरण्ड संहिता में धौति के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- चार (अन्तःधौति, दन्तःधौति, हद धौति, मूलशोधन)।
प्रश्न-30 घेरण्ड संहिता में बस्ति के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- दो (जल बस्ति, स्थल बस्ति)।
प्रश्न-31 घेरण्ड संहिता में नेति के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- दो (सूत्र नेति, जल नेति)।
प्रश्न-32 घेरण्ड संहिता में नौलि के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- चार (मध्यम, वाम, दक्षिण, भ्रमर)।
प्रश्न-33 घेरण्ड संहिता में त्राटक के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- चार (बर्हित्राटक, अन्तःत्राटक, अधोत्राटक, भूमध्य)।
प्रश्न-34 घेरण्ड संहिता में कपालभांति के कितने भेद बताए गए है?
उत्तर- तीन (वातक्रम, व्युतक्रम, शीतक्रम)।
प्रश्न-35 शास्त्रों के अनुसार शरीर में कितनी नाडि़याँ हैं?
उत्तर- बहत्तर हजार।
प्रश्न-36 शिव संहिता के अनुसार नाडि़यों की संख्या बताइए?
उत्तर- दस।
प्रश्न-37 वशिष्ट संहिता के अनुसार शरीर में कितनी नाडि़याँ मुख्य हैं?
उत्तर- चौदह।
प्रश्न-38 पिंगला नाड़ी का ताप इड़ा नाड़ी से कम होता हैं या अधिक?
उत्तर- अधिक होता है।
प्रश्न-39 पिंगला नाड़ी का रंग कैसा बताया गया हैैंं?
उत्तर- लाल।
प्रश्न-40 पिंगला नाड़ी के प्रवाहित होने पर मस्तिष्क का कौनसा भाग क्रियाशील होता हैैंं?
उत्तर- बांया भाग।
प्रश्न-41 सुषुम्ना नाड़ी का दूसरा नाम बताइए?
उत्तर- ब्रह्मनाड़ी।
प्रश्न-42 सुषुम्ना नाड़ी का रंग कैसा हैैंं?
उत्तर- चांदी जैसा।
प्रश्न-43 मूलाधार चक्र अवस्थित है?
उत्तर- योनि की सीध में।
प्रश्न-44 स्वाधिष्ठान चक्र अवस्थित है?
उत्तर- पेङू की सीध में।
प्रश्न-45 मणिपुर चक्र अवस्थित है?
उत्तर- नाभि की सीध में।
प्रश्न-46 अनाहत चक्र अवस्थित है?
उत्तर- हृदय की सीध में।
प्रश्न-47 कण्ठ की सीध में कौन सा चक्र अवस्थित है?
उत्तर- विशुद्धिचक्र।
प्रश्न-48 भृकुटि के मध्य में कौन सा चक्र अवस्थित है?
उत्तर- आज्ञाचक्र।
प्रश्न-49 सबसे ऊपर कौन सा चक्र अवस्थित है?
उत्तर- सहस्रारचक्र।
प्रश्न-50 मूलाधार चक्र का रंग कैसा है?