सदस्य:Gopikastk/ऑडूविल
Gopikastk/ऑडूविल | |
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जन्म |
13 फ़रवरी 1944 वडकांचेरी, कोचीन |
मौत |
मई 27, 2006 Kozhikode, Kerala, India | (उम्र 62 वर्ष)
पेशा | अभिनेता, गायक , संगीत निर्देशक |
कार्यकाल | 1976–2006 |
जीवनसाथी | पद्मजम |
बच्चे |
शालिनी पद्मिनी |
माता-पिता | वडक्कनचेरी एंकककतत ऑडूविल वीत्तिल कृष्णा मेनन, पेरुक्कुट्टी अम्मा |
ऑडूविल उन्नीकृष्णन एक पुस्कार विजेता हैं। जो भारतीय फिल्म मे उनकी बहुमुखी अभिनय कौशल, अपने अद्वितीय प्रांतीय भाषाई शैली केलिए मशहूर हैं। भाव और बोली के साथ मलयालम सिनेमा में शास्त्रीय प्राचीन भव्य व्यक्तित्व के किरदार निभाने केलिए जाना जाता हैं। उन्होने परशुराम एक्सप्रस नामक एक आलबम केलिए गान रजना की थी जिसका बोल बिछु तिरुमला लिखा था और रवी गुप्तन के परसुराम ऐक्सप्रैस नामक एक अप्रकाशित फिल्म केलिए भी गान रजना की थी।
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंवीत्तिल कृष्णा मेनन और पारुक्कुट्टी अम्मा को वडक्कान्चेरी, त्रिशूर, केरल, भारत में फरवरी 13,1944को पैदा हुआ था। उनहोने सरकार बॉयज़ हाई स्कूल,वडक्कान्चेरी से अपनी प्राथमिक शिक्षा किया था। उनके चाचा सरसक्वि ऑडूविल उन्नीकृष्ण मेनन एक प्रख्यात मलयालम नर्तकी थी। उन्नीकृष्णन को अपने बचपन से ही संगीत में रुचि थी, और वह मृदंगम और तबला जैसे मुखर संगीत और टक्कर उपकरणों सीखी थी। बाद मे उन्होने के.पी.ए.सि और केरल कलावेदी जैसी प्रसिदध मलयालम नाटक मे शामिल हुअ। उन्होने वहां एक तबला कलाकार की किरादार निभाया। उन्होने कई गीत गाया और कई गीत की रचना भी किया था।
फिल्मी कैरियर
संपादित करेंऑडूविल उन्नीकृष्णन पी एन मेनन द्वारा निर्देशित दरशनम मे एक भूमिका के साथ 1970 के दशक में फिल्म मे शुरू किया। उनकी प्रमुख किरादर थी भरतन निर्देशित किया गुरुवायूर केशवन की महावत और हरिहरन की सरापञम की सुभय्यर। जनता ने उन्हे पहचाना तोप्पिल भासि, सात्य्न अंन्तिकाड और ह्रिहरन की फिल्मों के ज़रिए। उन्होने 400 से भी ज़्यादा फिल्मो मे काम किया हैं। इनकी यादगार किरदाये थे निऴल्कूथ,कठपुरुषां ,थुवाल कोट्टाराम सरगम, योद्धा,पोनमुट्टयिडुन्ना ताराव, ओरु चेरू पुनचिरी,आराम त्ंबुरान और ममस्सिनक्करे में उन लोगों में शामिल हैं। उन्होने आई वी शशि की देवासुरम मे एक छोटी सी लेकिन प्रभावी किरदार इड्य्क के साथ निभाय थ। उनको सर्वश्रेष्ट अभिनेता केलिए और दो बार सर्वश्रेष्ट सहायक केलिए केरला स्टेट फिल्म के पुरस्कार मिला था।
परिवार
संपादित करेंउन्होने १९७५ में पत्माजासे शादी की भी। उन्होने दो बेटे हैं- पन्छिनी और शालिनी।
मौत
संपादित करेंऑडूविल उन्नीकृष्णन गुर्दे की समस्याओं से पीड़ित था। उनको मलप्पुरम और त्रिशूर में अस्पतालों में डायलिसिस करना पड़ा। बाद में उनको कालिकट में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से गुर्द की विफलता के वजह से 27 मई 2006 को सुबह छे बजे गुज़र गई। और उनकी शरीर वडक्कान्चेरी, त्रषूर ले गये। वह उनकी जन्मस्थान था। उनका शरीर एव्ररमडम, पामपल्लिके पास अंतिम स्ंसकार किया गया था।