[1]जैव प्रौद्योगिकी

हमारे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया मे जैव प्रौद्योगिक ने से पकड़ ली हे. अगर

अपने देखा जाए तो हम जैव प्रौद्योगिकीी के कई अपने आसपास देख सकते हैं! जेसे दवाइयों, खेती, खाद्य पदार्थों, इलाज, अब जहां देखो वहाँ जैव प्रौद्योगिकी शामिल हे


जैव प्रौद्योगिकीी क्या है

जैव प्रौद्योगिकी उन तकनीकों से संबंधित है जिसमें जीवो से प्राप्त हुई कर का उपयोग करके मानव उपयोगी उत्पादों या प्रकरणों का विकास करते हैं इसमें डबल रोटी शराब पनीर आदि का उत्पन्न किया जाता है आजकल अनुवांशिक रूपांतरित जीवन का उपयोग मानव उपयोगी उत्पादों को अधिक मात्रा में बनाने के लिए किया जाता है इन विट्रो निषेचन में परखनली शिशु का निर्माण जीन का संश्लेषण एवं उपयोग डीएनए के का का निर्माण दोष युक्त जीन का सुधार आदि सभी जैव प्रौद्योगिकी में आते हैं

यहां विज्ञान की वह शाखा है जिसमें हर जीवो का तंत्र आदि का प्रयोग मानव कल्याण तथा औद्योगिकरण के लिए किया जाता है विधि नवीकरणीय स्रोत पदार्थों तथा जीवन उपयोगी यौगिकों के जेब तकनीकों के अनुप्रयोग से अधिक मात्रा में उपलब्ध किया जाता है इस तकनीक की सहायता से न केवल डीएनए का कुशलता से समूह आयोजन किया जाता है अपितु उस का विशिष्ट कारणों से जीवो में उपयोग किया जाता है जय प्रौद्योगिकी शब्द के मध्य में 1970 से अधिक प्रचलन में आया है जबकि आणविक जैविक में अनुवांशिक अभियांत्रिकी का प्रयोग हुआ है सर्वप्रथम 1920 में यूनाइटेड किंगडम के सिटी काउंसलिंग में जैव संस्थान की स्थापना हुई यदि सही मायने में देखा जाए तो जोगी की विधाएं लगभग 5000 वर्ष पुरानी है जैव योगी का विकास अल्कोहल बनाने के लिए किया गया आजकल इस प्रौद्योगिकी का आधुनिकरण हो रहा है इसमें अभियांत्रिकी इलेक्ट्रॉनिक्स तथा बायोप्रोसेसिंग आदि का समायोजन हुआ है


, भारत में जैव प्रौद्योगिकी की नींव भारतीय विज्ञान कांग्रेस की 69 वीं वर्षगांठ बैठक में 1982 में मैसूर में पड़ी थी जब जोगी की के महत्व पर दूसरे देशों में हो रहे कार्य प्रयोग दिया तो 1982 में भारत में नेशनल बैंक टेक्नोलॉजी बोर्ड की स्थापना विज्ञान व तकनीकी विभाग डीएसटी के अंतर्गत जिसका कार्य जब प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैज्ञानिकों को शोध कार्यों के लिए प्रोत्साहित करना था

सामान्यतः जैव प्रौद्योगिकी का सिद्धांत जैव प्रौद्योगिकी को सामान्यतः दो भागों में बांटा गया है अनुवांशिक अभियांत्रिकी और रासायनिक अभियांत्रिकी


आनुवंशिक अभियांत्रिकी इस तकनीक के द्वारा अनुवांशिक पदार्थों के रासायनिक में परिवर्तित कर इसे परपोषी जीवो में प्रवेश कराकर इसके लक्षण प्रारूप में परिवर्तन किया जाता है इसे अनुवांशिक अभियांत्रिकी कहते हैं


रासायनिक अभियांत्रिकी प्रक्रम में रोगाणु रहित वातावरण बनाकर केवल सूक्ष्म जीवों अथवा सुखेंद्र की कोशिकाओं में वृद्धि कर जैव प्रौद्योगिकी उत्पादों जैसे टीका एंजाइम प्रतिजैविक आदि का निर्माण करते हैं इसे रासायनिक अभियांत्रिकी कहते हैं आनुवंशिक अभियांत्रिकी के द्वारा जीवधारी के लिए लाभदायक जीवन का विभिन्न तकनीकों जैसे जीन क्लोनिंग एवं जीन स्थानांतरण का उपयोग करती डीएनए निर्मित करते हैं
जैव प्रौद्योगिकी की पूरी परिभाषा क्या है?

जैव प्रौद्योगिकी जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसमें हम सूक्ष्मजीवों बैक्टीरिया विषाणु आदि का प्रयोग कर मानव जीवन को सुगम बनाते हैं जय प्रौद्योगिकी में हम बैक्टीरिया विषाणु का उपयोग कर दवाइयां कपड़े खाद भोजन क्लोन आदि बनाते हैं इसे हम जैव प्रौद्योगिकी कहते हैं

जीवों में जनन _ reproduction in organisms

कायिक जनन , अलैंगिक जनन, लैंगिक जनन

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  1. "Biotechnology zone". अभिगमन तिथि 2019-11-12.