सदस्य:Harikrishna Karuppiah/तेजी ग्रोवर
तेजी ग्रोवर एक हिन्दी कवयित्रि, कथा लेखक, अनुवादक और चित्रकार है। १९५० के बाद पैदा हुए पीढ़ी उन्को महान कवयित्रि का विचार कर रहें है। कवि और आलोचक अशोक वाजपेयी के अनुसार, " तेजी ग्रोवर अपनी भाषा को हिन्दी में प्रचलित मुहावरें से दूर ले चलती है। उन्की कविताओं में उन्की भाषा एक अद्वितीय रूप को प्राप्त करती है।" उन्की कविताऍं कई भारतीय भाषओं और विदेशी भाषाओं में भी अनुवाद किये गये हैं। अंतर-शाब्दिक बुनाई, सपना और रियालिटी के सहज सम्मिश्रण, पौराणिक आदि अद्वितीय गुणों हमें तेजी ग्रोवर की उपन्यासों में मिलती है। तेजी ग्रोवर की "नीला" उपान्यास के बारे में पोलिश हिन्दी विद्वान कमिला जुनिक यों बताती है की " कथा की सभी पात्राएं लिखती है। सब घटनायें लिखी हुई है। अस्तित्व भी लिखा हुआ है। लिखना के बिना और कुछ युग नही है।" अपनी बहुत कुछ अनुवादों के द्वारा, उन्होने क्नुट हम्सुन, टर्जेइ वेसास, जान फोस्से, क्जेल्ल अस्किल्ड्सेन, गुन्नर ब्जोर्लिङ, हन्स हेर्ब्जार्न्स्रुड, लेन्स अमुन्ड वार्जी, एडित सोडर्ग्रेन, हेर्री मार्टिसन, टामस ट्रान्स्ट्रामर, लेन्स लुन्ड्क्विस्ट और अन जडेर्लन्ड आदि स्कैंडिनेवियाई लेखकों और फ्रेंच की मर्गुयीरयिट डुरास आदि को हिन्दी पाठकों के लिये परिचय किये हैं।
जीवन
संपादित करेंतेजी ग्रोवर का जन्म ७ मार्च १९५५ को पंजाब क्षेत्र के पठानकोट में हुआ था। उन्होनें २००३ तक चण्डीगढ़ की MCM DAV महिलाओं कॉलेज में अंग्रेज़ी सिखा रही थी। उसके बाद पूर्णकालिक लेखक और चित्रकार बन गयी।
कार्यक्शेत्र और रचनाएं
संपादित करेंलेखन
संपादित करेंकविताएं
- यहां कुच अन्देरी और तिखी है नाडी (भारती भाषा प्रदक्शन, दिल्ली, १९८३)
- लो कहा सम्भारी ( नेशनल पब्लिशिङ हौस, नई दिल्ली, १९९४ISBN 81-214-0537-8)
- अंत की कुच और कवितायें ( वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली, २०००) और
- मैत्री ( सूर्य प्रकाशन मन्दिर, बैकनेर, २००८ ISBN 81-88858-51-X)
कथा के दो पुस्तकें
- उपन्यास नीला (वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली, १९९९, ISBN 81-7055-668-6)
- छोटी कहानियों का संग्रह- सपने में प्रेम की साथ कहानियां (वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली, २००९,ISBN 9350001136)
निबंध, संस्मरण और यात्रा वृत्तांत का संग्रह
- नीला घार और दूसरी यात्रायें (वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली, २०१६, ISBN 978-93-5229-365-0)
निबंध
संपादित करेंतेजी ग्रोवर की हिन्दी निबन्ध में "The Blue House" और "Looking at the Body of a Poem: The Journey of a Hindi Poet"- इन दोनों अंग्रेजी में अनुवाद और प्रकाशित् किये गये हैं।
ये सब अंग्रेज़ी में लिखा हुआ निबंध है।
- "A Poet Caged in the Act of Translation",
- "Weak Pink Color: Translating Ann Jäderlund on the Ghats of the Narmada",
- "A Necessary Poem",
- "The Fragrance of Delgadina’s Soul",
- "A Poet Bursting into Color", और
- "Incessant Search for Languages: Some Thoughts on Hindi Poetry."
इनमें से "A Necessary Poem", "The Fragrance of Delgadina’s Soul", "Weak Pink Color: Translating Ann Jäderlund on the Ghats of the Narmada" और् "A Poet Caged in the Act of Translation" स्वीडिश भाषा में अनुवाद किये गये हैं।
दूसरा निबन्ध "Song of the Cows: Translating Lars Amund Vaage's 'Cows' into Hindi" नार्वेजियन लेखक लार्स अमुन्ड वाजे की लीख की एक भाग के रूप में नार्वेजियन भाषा में अनुवाद और प्रकाशित किया गया है।
बाल साहित्य
संपादित करेंतेजी ग्रोवर ने चार बाल साहित्य को एकलव्य प्रदक्शन, भोपाल द्वारा प्रकाशित किये हैं।
- दूध जलेबी जग्गग्गा (ISBN 978-81-87171-84-3),
- क्यों जी बेटा राम सहाय (ISBN 978-81-87171-86-7),
- आपके जपानी हैकू (ISBN 978-81-87171-79-9) और
- मन के लडडू (ISBN 978-81-89976-60-6)
योगदान
संपादित करेंउनके चित्रों की प्रदर्शनी
संपादित करें- एर्थ कलर्स - जवाहर कला केन्द्र, जयपुर, नवम्बर २०१०,
- जो नही है- अर्पना फैन आर्त्स गैलरी, नई दिल्ली, जनदरी २०११,
- मैत्री, भारत भवन, भोपाल, नवम्बर २०१३,
- पेल्लट्स आफ भोपाल, जवहर कला केन्द्र, जयपुर, २०११,
- एन्सेम्बल, कला अकादमी, गोवा, फर्वरी २०१२
पुरस्कार और फेलोशिप
संपादित करेंवह निम्नलिखित पुरस्कार और फैलोशिप प्राप्त हुआ है
- कविता के लिये भारत भूषन अगर्वाल (१९८९)
- लेखक/निर्देशक, प्रेमचंद श्रीजन्पीत, उज्जैन (१९९५-१९९७)
- वरिष्ठ सदस्य (साहित्य), संस्कृति विभाग्,मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली (१९९५-१९९७) और
- सयेद हैदर रज़ा (एस.एच। रज़ा) पुरसकार - कविता के लिये (२००३)