मेरा जन्म २ जनवरी १९९८ को तमिलनाडु के सेलम नामक शहर मे हुई। यह शहर तमिलनाडु के बीच में है। मेरा जन्म के तीन महीने के बाद मेरे दादाजी ने मुझे हरिकृष्णा का नाम दिया। मेरे पिताजी का नाम करुप्पैया और मेरी माताजी का नाम शोभना है। मेरा जन्म होने के तीन साल के बाद मेरी बहन निवेदित्ता की जन्म हुई।
        बचपन से लेकर बारहँवी कक्षा तक मेरी शिक्षा सेलम मे ही हुई। मेरा शहर सेलम सात गिरियों के बीच में होता है। मेरा शहर के नाम के हर एक अक्षर,  शहर की हर एक महत्व को बतानेवाली है अर्थात SALEM मे S का अक्षर Steel (इस्पात) को, A का अक्षर Aluminum (अलुिमीनियम) को, L का अक्षर Lignite (लिग्नायिट) को, E का अक्षर Electricity ( बिजली ) को और M का अक्षर Mango ( आम ) को प्रस्तत करते हैं।
        पांचवी कक्षा ओर बारहवीं कक्षा में मैं पाठशाला की छात्र संग्रह की नेता रहा। बचपन में मैंने स्कूल के अनेक प्रत्योगिताओं में भाग लिया था। कर्नाटक गीत गाना, भगवद् गीता जाप करना, आदि से लेकर त्रो बाल जैसे खेलों में भी भाग लिया ओर कई पुरस्कार भी पाया।
         बारहवीं कक्षा के बाद, मैंने निश्चय किया कि मेरा भविष्य इंजीनियरिंग या चिकित्सा उद्योग मे न हो, बल्कि विज्ञान में ही होगा। इसलिए बेंगलूर के क्रैस्ट विश्वविद्यालय मैं उच्च शिक्षा के लिए शामिल हुआ। मेरा कोर्स भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान ओर गणित - इन तीनों की संयोग है। यहाँ मुझे अनेक दोस्तों भी मिले हैं। तीन साल की यह कोर्स पूरी होने के बाद किसी एक राष्ट्रीय संस्तान में रसायन विज्ञान में मास्टर डिर्गी पाने की आशा है।
         मुझे फोटोगरा्फी पर बहुत रुची है। उसमें भी थोड़ा प्रत्योगिताऐं में मैंने  भाग लिया। इसके अलावा, मुझे चित्र देखना ओर गान सुनना भी पसंद है।