मेरा नाम हर्श पञ्वानी है। मेरा जन्म ७ सितंबर १९९९ को दुबाई(यू.ए.ई) में हुआ था। मैं एक अठारह वर्शिय लद्का हूँ। मैं क्राईस्ट युनिवर्सिति का छात्र हूँ जहा से मैं बी.एस्.सी पढ़ रहा हुँ। क्षेत्रीय स्तर पर क्रिकेट में मैंने बैंगलोर दक्षिण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। खेल-कूद में रूची रखने वाला मैं बहुत ही शरारती लड़का हूँ।

प्रष्ट्भूमि संपादित करें

मैं एक सिंधी परिवार से हूँ। मेरे पूर्वज मूल रूप से सिंध से(अब पाकिस्तान में) थे। पहले विश्व युद्ध के बाद, वे उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित हुए। पहले विश्व युद्ध के दौरान सांप्रदायिक दंगों के कारण, उन्हें चेन्नई में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया गया था और उन्होंने महसूस किया कि यह सुरक्षित भी है। बाद में वित्तीय समस्याओं के कारण और अधिक पैसे कमाने की इच्छा से मेरे माता-पिता दुबई गए। वहां मैं पैदा हुआ। नौक्री खोने के कारण उन्हे वापस भारत आना पड़ा। बेंगलुरुर में सुखद मौसम होने के कारण मेरे परिवार ने बेंगलुरुर में स्थानांतरित कर लिया।

परिवार संपादित करें

में एक मूल परिवार मै रेहता हूँ। मेरे नानाजी का निधन हो जाने के बाद हमारा परिवार बिछड़ गया। मेरे मातृ रिश्तेदार गुवाहटी में रहते हैं और मेरे पैतृक रिश्तेदार चेन्नाई में रहते हैं। मैं अपने माता-पिता एव्ं बहन के साथ रहत हुँ। मेरे पिताजी का नाम पुर्शोतम, माताजी क नाम जोती और बहन का नाम पूजा है। और मेरी प्रेमिका का नाम विधि है।

शिक्षा संपादित करें

दुबाई में जन्म और दस साल की परवरिश होने के कारनण मेरा प्राथमिक शिक्षाण वही पर हुआ था। मेरी एल.के.जी से दूस्री क्क्षा(२००१-२००५) तक की शिक्षा केंब्रिज हाई स्कूल ( जो कि अब केंब्रिज इन्टर्नेशनल् स्कूल के नाम से जाना जाता है। विध्यलय में एक साल जल्दी दाखिला होने के कारण मुझे दूस्री क्क्षा कि शिक्षा दो बार अध्ययन करनी पड़ी। दूसरी क्क्षा से पांचवीं क्क्षा(२००५-२००९) तक की शिक्षा मैंने किंदरगारटेन स्टार्टर्ज़ से प्राप्त की। उसके पश्चात भारत आके बेंगलुरु के सेन्ट पाल्ज़ इंग्लिश स्कूल से मैंने कक्षा छह से दस की शिक्षा प्राप्त की। मेरी ग्यारहवी और बारहवी की शिक्षा मैंने सेन्ट जोसेफ्स प्री-युनिवरसिटि कॉलेज से की थी। अब मैं क्राईस्ट युनिवर्सिटी में बी.एस्.सी कार रहा हूँ।

रुचियाँ संपादित करें

मेरे बहुत सारे रुचियँ हैं। उन्मे से कई हैं क्रिकेट खेलना, गाने सुनना , किताबे पड़ना, गणित राशियोँ का हल करना, आदि

लक्ष्य संपादित करें

काफ़ी सोच-विचार करने के बाद मैंने तय किया है कि मैं एक बीमांकिक बनना चाहता हुँ। मेरा बचपन से सपना था कि मैं एक क्रिकेटर बनु पर बहुत ज्यादा अनुचित व्यवहार के कारण क्रिकेट को अपना व्यवसाय बनाने से संकोच हुआ। लेकिन फिर भी, क्रिकेट हमेशा मेरा जुनून होगा। यदि कोई विकल्प दिया जाता है, तो मैं अभी भी एक क्रिकेटर बनना चाह्ता हूं। उम्मीद कारता हुँ कि मैं एक दिन अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सकूँ।

उपलब्धियाँ संपादित करें

मेरा माध्यमिक पाठशाला से अंतर्राष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में लगातार रिकॉर्ड प्रदर्शन रहा है। कक्षा ९ में मुझे दूसरा रैंक और कक्षा १० में मुझे पहला रैंक मिला, उस्के अलावा मुझे कक्षा ६ में भी दूसरा रैंक मिला था। पाँच में से तीन साल मुझे दुसरे चरण के लिये चुना गया। और क्षेत्रीय स्तर पर क्रिकेट में मैंने बैंगलोर दक्षिण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया है।