सदस्य:ImvKasana/प्रयोगपृष्ठ

जब मैं ग्रामीण इलाकों में उन मासूम बच्चों को देखता हूँ तो बहुत बुरा लगता है मैं सोचता हूँ क्या भारत में इन बच्चों को और इनके जैसे बच्चो क्या कुछ भी पाने का हक़ नही है क्या ये बच्चे अपने जीवन को स्वतंत्रता से नही जी सकते है क्या इन बच्चो में डॉक्टर इंजीनियर या साइंटिस्ट बनने की क्षमता नही है। मैं जहाँ तक देखता हूँ मुझे नही लगत ऐसी कोई कमी है कमी है तो वो हम या आप या इस देश के व्यवस्था में मुझे बहुत दुःख होता है जब इन मासूम बच्चों को गलत व्यसनों का सेवन करते देखकर दिल बहुत दुखी हो जाता हैं | अगर आप सभी को ऐसा लगता है तो क्यों नही हम इन बच्चों को भारत का सुनहरा भविष्य बनाये | धन्यवाद

 लेखक शैलेंद्र कसाना