('मेन्स रिया'अथवा अपरारधबोध) संपादित करें

 अपराधी मंशा और गुनाह का गेहरा रिश्ता है। गुनाह के पीछे का मक्सद जानने के लिये ज़रूरी है कि हम अपराधी की मानसिकता को समझे।  

'मेन्स रिया[1]' यानि अपराध[2] के पीछे का कारण ना कि अपराधी को सज़ा और निर्दोश को इन्साफ दिलाने मे साहायक होते है परन्तु वह सरकार को जन हित के हेतु कानून सन्शोधित करने मे प्रेणित करते है। क्यी अपराधो मे अपराधबोध की गैरमौजूगी होने पर मिद्धदोष अपराधी को बाया-इज़्ज़्त-बलि[3] कर दिया जाता है। सामान्य तौर से दोशी किसी भी प्रकार की सज़ा का हकदार नही होता अगर मंशा न मौजूद ना हो। हालाकि कठोर कानूनो पर यह लगू नही होता है।

The Code Of Criminal Procedure, 1973
   भारतीय दण्ड संहिताभारतीय दण्ड संहिता

(भारतीय दण्ड संहिता) संपादित करें

भारतीय दण्ड संहिता के अन्तरगत अपराधी कानून् सेक्शन १५४, अपराधी प्रक्रिया अधिनियम सेक्शन ४० का पालन करते हुए जज सज़ा है।

(मेन्स रिया के स्तर) संपादित करें

पाराम्परिक सामान्य कानून के अन्तरगतन मिद्धदोष अपराधी का अपराधबोध अथवा बेगुनाही उसके अपराध की करानी पर निर्भर करता था। अर्थात हत्या जो कि अपराधी मंशा से किया गया हो दण्नीय होता है। जिस [4]के पीछे कारण की कमि हो अर्थात जो जानकरी के अभाव मे किया गया हो उसके लिये भारतीय दण्ड संहिता के अनुसार फाँसी या उमर-कैद की सज़ा देना वर्जित है।

=(कानून की अज्ञानता)=

कानून की अज्ञानता अपाराधी रक्षा हेतु इस्तमाल नही कर सकता है। उदहरण के लिये [5] इस्स्के अन्तगत नही आ सकता है। व्यक्तिपरक और वस्तुपरक परीक्षाओ के आधार पर निर्धारित किया जा सकता है कि अपराध को करने के पीछे मंशा थी या नही। उदाहरण एक ऐसा इन्सान जिसने रोशनी के अभाव मे कार दुर्घटना मे किसी की हत्या कर दी हो वो अपराधी करार नही किया जायेगा परन्तु एक ऐसा इन्सान जिसने पूरी साज़िश के तहित ह्त्या करने की योजना बनायी हो वह भारतीय दण्ड संहिता के अनुसार सज़ा का हकदार होगा।

हर देश मे मेन्स रिया की नाना प्रकार से व्याख्या की जती है परन्तु किसी भी देश मे कडी सजा का हकदार वही होत हो जिसका मक्सद साफ झिलक रहा हो। 

[6] [7] [8]

  1. मेन्स रिया
  2. अपराध
  3. बाया-इज़्ज़त-बलि
  4. मानव हत्या
  5. "कर कीएक् चोरी"
  6. https://en.wikipedia.org/wiki/Mens_rea
  7. http://www.theindiankanoon.com/2012/09/indian-penal-code-in-hindi.html
  8. https://en.wikipedia.org/wiki/Criminal_Law_(Amendment)_Act,_2013