सदस्य:Mehvishkhan/WEP 2018-19
अब्दुल बासित
अब्दुल बासित हिंदुस्तान के प्रसिद्ध वॉली बॉल खिलाडी थे। उनका पूरा नाम अब्दुल बासित सिदीकी हैं। उनका जन्म हैदराबाद, तेलंगगाना में हुआ था। वे मुसलमान थे पर फिर भी बाकी धर्मों का सम्मान करते थे। उनके माता पिता हैदराबाद में रहते हैं। वह बचपन से ही वॉली बॉल खेलना पसंद करते थे। बड़े होने के बाद वे हैदराबाद के वॉली बॉल क्लब में दाखिला हुए थे। वे बहुत महनत करते थे और हमेशा जीत ते थे। वह क्लब में वे बहुत प्रसिद्ध होगये थे। उनको बहुत सारे खिताब दिए गए थे। उनकी प्रतिभा देख सब प्रभावित हो गए थे। वे उसके बाद इंडियन नेशनल मेंस वॉली बॉल टीम के सदस्य बन गये थे। वे टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन चुके थे। उनको फिर टीम का कप्तान बना दिया गया था। कहते हैं कि उनकी कप्तानी आदर्श और उत्तम कप्तानी थी। वे उनके विनम्रता स्वभाव, सदाचारी आचरण और फेयर प्ले के लिए जाने जाते थे। उनके ओर बाकी टीम के सदस्यों के लगान और महनत के बलबूते पर उन्होंने साउथ कोरिया के सीओल शहर में 1986 एशियन गेम्स में भाग लेने का अवसर मिला था और यह हिन्दुस्तान केलिए बहुत गर्व की बात थी। उनके अद्भुत कप्तानी के साथ उन्होंने साउथ कोरिया और चीन के टीमों के अलावा बहुत टीमों को पराजित किया था। अब्दुल बासित और उनके टीम के साथी जिम्मी जॉर्ज के साथ जापान की टीम को पराजित की था। दूसरे मैच में जापान जीत गयी थी। पर अब्दुल बासित और उनके टीम ने हार नही माना था। इंडियन टीम ने कांस्य पदक हासिल किया था। इस समय हिन्दुस्तान में जश्न मनाया जा रहा था। पूरा भारत अब्दुल बासित और नेशनल टीम को लेकर गर्व महसूस कर रहा था। अब्दुल बासित और उनके साथी जिम्मी जॉर्ज इस खेल के नायक माने गये थे। अब्दुल बासित को 1989 में अर्जुना अवार्ड से सन्मानित किया गया था। वर्ष 1991 में दुर्भाग्य से उनकी मृत्यु होगयी थी। उनका मृत्यु का कारण बिजली था। इस घटना से हिन्दुस्तान स्तब्द्ध रह गया था। भारत के उत्तम वॉली बॉल खिलाड़ी के मृत्यु के होने पर भारत ने बहुत विलाप किया था। अब्दुल बासित आज तक के सबसे सर्वश्रेष्ठ वॉली बॉल खिलाड़ी रहे है। भारत उनको और उनके उपलब्धियों को आज तक नही भूला हैं।