सदस्य:Mukeshramoul89/प्रयोगपृष्ठ

जिला सिरमौर अभी नटनी के श्राप से मुक्त नहीं हो पाया है। यही बात सिरमौर जिला में चुनाव नतीजों के बाद हर व्यक्ति की जुबान पर थी, क्योंकि पूर्ण बहुमत में आई कांग्रेस की सरकार को सिरमौर में एक ही सीट मिली है। सिरमौर में ऐसा एक बार नहीं कई मर्तबा हो चुका है। सिरमौर के विधायक हर बार विपक्ष में ही बैठते हैं, जिससे प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा यह विकास को तरसता रहा है।

सिरमौर के प्राचीन इतिहास में जब सिरमौर की राजधानी सिरमौर ताल थी, उस समय तत्कालीन राजा ने एक नटनी से वादा किया कि यदि वह गिरि नदी को रस्सी से पार कर लेगी तो उसे आधा राज्य दे दिया जाएगा। नटनी जब रस्सी पर आधे से भी पार निकल गई तो राजा ने रस्सी काट दी व नटनी नदी में जा गिरी। नटनी ने मरते समय राजा को श्राप दिया कि उसकी सिरमौर रियासत नष्ट हो जाएगी