सदस्य:Navin deovanshi/प्रयोगपृष्ठ

'देववंशी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड बिहार झारखण्ड मध्य प्रदेश में पायी जाने वाली जाति है, यह अन्य पिछड़े वर्ग की जाति है , जो श्रृंगार का व्यवसाय करती है . देववंश का मूल अनेक इतिहासकारो ने क्षत्रिय मूल में खोजा है , कर्नल जेम्स टॉड अपनी पुस्तक एनाल्स एंड एंटीक्विटिस आफ राजस्थान में देववंश का वर्णन करते हैं भगवानदीन सिंह सोमवंशी ने अपनी पुस्तक क्षत्रिय वंशारनव में देववंशी क्षत्रियो का गौरव पूर्ण इतिहास का वर्णन करते हैं . परन्तु समय की चाल से यह जाति अपना क्षत्रिय धर्म खो बैठी एवं जीविकोपार्जन के लिए व्यवसाय को अपनाया देववंशी जाति की दो उपशाखाये हैं (१) पटवा (२) लखेरा जिन देववंशियो ने पट यानि धागे से सम्बंधित काम किया वो पटवा कहलाये और जिन्होंने लाख का काम किया वो लखेरा कहलाये ....... वर्तमान में यह जाति आर्थिक रूप से अत्यंत पिछड़ी स्थिति में है

Anals and the antiquities of Rajasthan: Colonel James Todd
Kshatriya vansharnav: Subedar Bhagwandeen singh somwanshi