सदस्य:Nikitha Karnam/प्रयोगपृष्ठ

 करण थापर एक भारतीय पत्रकार और एक टेलीविजन कमेंटेटर और साक्षात्कारकर्ता है। वो सीएनएन-आईबीएन के साथ जुडे हुए थे और 'द डेविल्स एडवोकेट' और 'द लास्ट वर्ड' का आयोजन किया  था। वो अब हेडलाइंस टुडे से जुडे है और 'नथिग बट ट्रुथ' और 'टु द पायन्ट' का आयोजन कर रहे है। करण थापर इकलौता टेलीविजन पेशेवर जिसने भारत के बाहर १० साल तक काम किया है।  लंदन वीकेन्ड टेलीविजन, जो यूनाइटेड किंगडम में है, के साथ वेसंवाददाता, निर्माता, संपादक और प्रस्तुतकर्ता बनने का प्रशिक्षिण लिया। वहा उन्होने अनेक कार्यक्रमो में काम किया जैसे 'वीकेन्ड वर्लड', 'द वर्लड दिस वीक', 'द बिस्नेस प्रोग्राम', 'द वॉलडेन इन्टर्व्यु' और 'इस्टर्न ऐ'। उनके पास सबसे विविध और व्यापक ज्ञान और टेलीविजन में के अनुभव है। 

करण थापर दून स्कूल में, भारत

शिक्षा करण थापर जेनरल प्राण नाथ थापर और बिमला थापर के सबसे छोटे बच्चा है। वो द डून स्कूल और स्टौव स्कूल के भूतपूर्व छात्र है। डून में,वो द डून स्कूल वीकली के प्रधानसंपादक थे। उन्होने सन १९७७ में पेमब्रोक कॉलेज, से अर्थशास्त्र और राजनीतिक दर्शन में उपाधी प्राप्त किया। उसी साल में केम्ब्रिद्ज युनियन की अध्यक्ष थे। बाद में उनको अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध में डॉक्टरेट सेंट एंथोनीस कॉलेज से मिली। करण थापर की विद्यालय

व्यवसाय

पत्रकारिता में उन्होने अपना व्य्वसाय 'द टाइम्स', लगोस, नैजेरिया, से शुरु की थी। १९८२ में वो लंदन वीकेन्ड टेलीविजन के साथ जुड गये और वहा उन्होने अग्ले ११ साल तक काम किया। उसके बाद वो भारत आकर हिन्दुस्थान टाइम्स टेलिविजन ग्रुप्, होम टी वी और युनॉयटेड टेलिविजन। उसके बाद उन्होने आगस्ट २००१ में अपनी खुद की उत्पादन ग्रुह शुरु किया। जिसका नाम इंफोटेनमेंट टेलिविजन था, जिसने बी बी सी, दूरदर्शन और चैनल न्यूज एशिया के लिए अनेक कार्यक्रम बनाया।

१९९१ में, भारत आनेके बाद, उन्होने एच टी विजन लिमिटेड को स्थापित करने में मदद किया, जोकी के के बिर्ला ग्रूप ने स्थापित किया। एच टी की प्रमुख कार्यक्रम, आयविटनेस, के उल्लेखनीय सफलताओ में पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमण, पाकिस्तान की मंत्रियों जैसे बेनजीर भुट्टो और मोइन कुरैशी, पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्री के रूप में पहला साक्षात्कार और अफगानिस्तान से अद्वितीय युद्ध की सूचना और मुजाहिदीन की अफगानिस्तान पर कब्जा, वित्तीय घोटाले, सामाजिक और आर्थिक मुद्दे भी शामिल हैं। उनके निर्देशन में, एचटिवी द्वारा भारत की पहली चैट शो, 'द चैट शो' के नाम से आरम्भ हुआ।

इंफोटेनमेंट टेलिविजन की अबकी अध्यक्ष, करण थापर, अपनी आक्रामक साक्षात्कारो जो की प्रसिद्ध और प्रमुख राजनेताओं और मशहूर हस्तियों के साथ है। मौजूदा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जार्ज फर्नांडीस, जे जयललिता, मनमोहन सिंह, ]]कपिल देव]], परवेज मुशर्रफ, बेनजीर भुट्टो, अरुण जेटली, राम जेठमलानी, पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस और दलाई लामा के साथ किया साक्षात्कारो को विशेष रूप से याद किया जाता है। उनके कार्यक्रमो में से सबसे ज्यादा देखी गई कार्यक्रमों में टुनॉयट एट १०, इन फोकस विथ करण, लाइन आफ फायर अन्ड वार आफ वर्ड्स शामिल है। अप्रल, २०१४ में, थापर ने सीएनएन-ऐबीएन को छोडकर हेडलाइन्स टुडे के साथ काम करना शुरु किया।

पुरस्कार १९९५ में उन्होने ओनिडा पिन्नाकिल अवार्ड फर बेस्ट करेन्ट अफेर्स प्रेसेन्टर द चैट शो कार्यक्रम के लिए मिला। २००५ में पूर्व भारतीय कानून मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अरुण जेटली की साक्षात्कार के लिए तीसरी बार 'बेस्ट करेन्ट अफेर्स प्रेसेन्टर' की पुरस्कार मिला। उन्हे डेविल्स अड्वोकेट में राम जेटमलनी की साक्षात्कार के लिए 'बेस्ट करेन्ट अफेर्स प्रेसेन्टर' की पुरस्कार प्राप्त हुआ। अप्रेल २००९ में उनको रामनाथ गोएनका एक्सेलेन्स इन जर्नलिसम अवार्ड मिला और जर्नलेस्ट आफ द इयर( ब्राडकास्ट) के लिए चुने गये थे। दिसंबर २०१३ में करण थापर को पत्रकारिता मे श्रेष्ठ योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान-भारत अवार्ड मिला।

किताबें फेस टु फेस इन्डिया- कॉन्वर्से विथ करण थापर, पेंगुइन। सनडे सेन्टिमेन्ट्स, विसडम ट्री। मोर साल्ट दान पेप्पर- ड्रापिग ऐन्खर विथ करण थापर, हार्पर कॉलिन्स।


[1] [2]