सदस्य:Pratap131/प्रयोगपृष्ठ

"शाहजहाँपुर"

अशफाक विस्मिल और रोशन की धरा है,

विद्रोही विकल अग्निवेश ने काव्य का रंग भरा है.

राजपाल सा चमकता सितारा है यहीं का,

नायक जदुनाथ सिंह का जन्म यहीं पर हुआ था.

सिर शहीदों के यहाँ बोये गये है विकल ने बताया,

दिल्ली की गद्दी को साबधान विद्रोही ने कराया.

अशफाक की आखिरी रात अग्निवेश ने था गाया,

श्री राम बाजपेई भारत में स्काउट जनक कहाया.

सुनासर घाट पर आकर इंद्र ने तप किया,

जलालाबाद में परशुराम ने जन्म लिया.

जमदग्नि का आश्रम भी यहीं पर बना है,

पांडवों ने भी यहीं अज्ञातवास था किया.

भुवनेश्वर और ह्रदयेश की जन्म स्थली यही है,

गीतकार साबिर जलालाबादी यहीं पर पला है.

होली पर नवाब सिर्फ यहीं पर निकलता है,

गंगा जमुनी तहजीव का असर यहाँ मिलता है.

मजहब के झगड़ों से दूर सदा रहता है,

एकता की बात सबसे आगे बढ़कर कहता है.

सियासत में भी इसने अलग मुकाम पाया है,

शहीदों की नगरी शाहजहांपुर कहलाया है.

डॉ.अरुण प्रताप सिंह भदौरिया