सदस्य:Priya ramesh/प्रयोगपृष्ठ
सतह रसायान विज्ञान
सतह रसायन विज्ञान का क्षेत्र पौल सबेटियर और फ्रिट्ज हेबर द्वारा विकसित हुइ है। सतह रसायन विज्ञान को मोटे तौर से इंटरफेस पर रसायनिक प्रतिकियाओं के अध्ययन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। इसका उद्देश्य सतह कि रासायनिक सरंचना को संशोधित करना है। सतह रसायन विज्ञान उत्प्रेरक,इलेकट्रोकेमेस्ट्रि, और जीओकेमेस्ट्रि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। [1]
कटैलिसिस
संपादित करेंसतह पर गैस या तरल अणुओं के आसंजन को सोखना कहा जाता है।यह तो रसायन विज्ञान या भौतिक विज्ञान के कारन होता है। एक उत्प्रेक की सतह पर आणविक सोखना की ताकत उत्प्रेरक प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है। उत्प्रेरक दो प्रकार के होते है: १)सकारात्मक उत्प्रेरक जो प्रतिक्रिया की दर बढा दे। २)नकारात्मक उत्प्रेरक जो प्रतिक्रिया की दर गठाते है। वास्तविक उत्प्रेरक कणों का अध्ययन करना मुश्किल है ,जिनमेँ जटिल संरचनाएँ है ।प्लैटिनम जैसे उत्प्रेरक रूप से सक्रिय सामग्री की अच्छि तरह से परिभाषित एकल क्रिस्टल सतहों को अक्सर मोडल उत्प्रेरक के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इन सतहों की सरंचना और रासायनिक व्यवहार को अल्ट्रा उच्च वैक्युम की तकनीकों से अध्य्ययन किया जा सकता है।[2] [3]
उत्प्रेरक विषाक्तता
संपादित करेंउत्प्रेरक विषक्तता रासायनिक यौगिकों की एक सीमा के संपर्क के कारन उत्प्रेरक के आंशिक या कुल निष्क्रियकरण को संदर्भित करता है।यक उत्प्रेरक के सक्रिय केंद्र को यह अवरुद्ध करत है।उदाहरण :कार्बण मोनोऑक्साइड अमोनिया के निर्माण में लोहे के लिये उत्प्रेरक जहर है।उत्प्रेरक की प्रतिक्रिया उत्प्रेरक की ताकना सरंचना और अणुओं के आकार पर निर्भर करता है।जिओलाइट्स अपने मधुकोश सरंचना के कारण चयनात्मक उत्प्रेक है इसे पेट्रोल के निर्माण मे एक उत्प्रेक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
एंजाइम कटैलिसीस
संपादित करेंएंजाइम एक प्रोटीन है जो रासायनिक प्रतिक्रियाँ में उत्प्रेरक के रूप कार्य करता है।इसलिये उन्हें बायोकैटालिस्ट भी कहा जाता है।
एंजाइम कटैलिसिस की विशेषताएँ
संपादित करेंएंजाइम उत्प्रेक अत्यधिक कुशल हौ। यह इष्टतम पीएच और तापमान के तहत सक्रिय है।सक्रियणकों की उपस्थिति में एंजाइम की गतिविधि बढ़ जाती है।और अवरोधकों की उपस्थिति में घट जाती है।