यातायात के नियम हिन्दी में संपादित करें

Traffic Rules in Hindi : बढ़ते यातायात को देखते हुए देश मे ही नही अपितु दुनिया भर मे कुछ ट्रैफिक रूल्स बनाए गये है. ये traffic rules सामान्यत: हर जगह एक जेसे ही होते हैं. पेट्रोल और डीज़ल से चलने वाले वाहनो के अविष्कारों के बाद जब सड़को पर वाहनो की भीड़ दिखाई देनी शुरू हुई तो तब कुछ ऐसे रूल्स बनाने की आवश्यकता महसूस हुई जिससे बढ़ते ट्रेफिक को कंट्रोल किया जा सके और accidents के होने वाले ख़तरों से भी बचा जा सके. इस तरह traffic rules बनाए गये.


Traffic rulesफॉलो करने से ना केवल यातायात सुगम बना रहेता है बल्कि accidents मे भी कमी आती है. ज़्यादातर accidents traffic rules फॉलो ना करने की वजह से ही होते है और भारत जेसे देश मे बड़ी संख्या मे accidents होना लोगो के traffic rules को ना फॉलो करना अथवा उनके traffic rules की जानकारी ना होना दर्शाता है. इस article मे आप यही पढ़ेंगे की ऐसे कौन कौन से traffic rules है जो हमे फॉलो करने चाहिए. आज के लोगो को ख़ासकर हमारी युवा पीढ़ी को ये जानना बेहद ज़रूरी है की उन्हे कौन – कौन से traffic rules फॉलो करने है और आख़िर कों से है वो traffic rules.

यातायात के नियम और यातायात संकेत | Traffic Rules in Hindi संपादित करें

'''Traffic Signs'''


वन वे (एक तरफ) – One Way

जब आप किसी एक दिशा मे गाड़ी मे चला रहे होते है तो ध्यान रखें की आप सही दिशा मे ही गाड़ी को चलायें. ग़लत साइड use करने से बहुत ज़्यादा chances है की आप किसी accident का शिकार हो जाए और अपना समय बचाने के प्रयास मे आप खुद का तो टाइम खराब ही करेंगे बल्कि दूसरे लोगो का भी वक्त जाया होगा. इसलिए वन वे मे सावधानी पूर्वक गाड़ी चलायें.

ओवेरटेक ना करे – Don’t Overtke

जल्दी पहुँचने की चाह मे हम कई बार गाड़ी ओवेरटेक करने की कोशिश करते है जो की काफ़ी ख़तरनाक है. किसी बड़ी गाड़ी को ओवेरटेक करने से पहेले 100 बार सोचे. ओवेरटेक करने से Accident होने के ज़्यादा chances होते है. ओवेरटेक करने से पहेले भली भाँति जाँच ले की आपके ओवेरटेक करने से आपको ओर दूसरे वहाँ चालको को परेशानी ना हो. दूसरो से रेस ना लगायें. ज़िंदगी बहुत कीमती है इसे व्यर्थ मे ना गवायें.

लगातार हॉर्न का इस्तेमान ना करें – No Honking

अक्सर आपने ये ट्रॅफिक मे लोगो को बेतहाशा हॉर्न बजाते हुए देखा होगा और भारत मे तो ये आम बात है. कुछ लोगो को ये लगता है की अगर वे ज़्यादा हॉर्न का प्रयोग करेंगे तो ट्रेफिक खुल जाएगा या सामने ट्रेफिक clear हो जाएगा पर आप ग़लत है. हॉर्न एक लिमिटेड use के लिए बनाया गया है. जब आप अत्याधिक हॉर्न का प्रयोग करते है तो आगे वाला वाहन चालक दबाव मे आता है ओर ध्वनि प्रदूषण फैलता है सो अलग.

यू टर्न – U turn

U turn लेना बहुत ज़्यादा रिस्की होता है. बीच सड़क मे अगर आप U turn लेते है तो ख़तरा कई गुना बाद जाता है. U turn लेने के लिए ज़रूरी है की पहेले आप सड़क के किनारे अपना वाहन रोके ओर अपने पीछे का ट्रॅफिक देखे, जब traffic clear हो तो U turn ले.

गति प्रतिबंध – Speed Restriction:

जगह जगह आपने देखा होगा की बोर्ड मे लिखा होता है स्पीड लिमिट.स्पीड लिमिट जगह देखकर डिसाइड की जाती है. अगर स्पीड लिमिट 45 km/hr है तो अपना वहाँ स्पीड 45 से उपर ना रखें. स्पीड कंट्रोल मे रहने से आप सेफ ओर बेहतर ड्राइविंग कर सकते है.

हाथ के संकेत और संकेतक चिह्न – Hand Signals और Indicators

रोड change करने के समय hand signal देना या indicator देना उपयुक्त होता है. अगर आप right साइड मे जा रहे है तो right इंडिकेटर या right hand का use करें ओर अगर लेफ्ट साइड मे जा रहे है तो लेफ्ट इंडिकेटर या लेफ्ट hand का use करें. इससे आपके पीछे वाले वाहन चालको को ये समझने मे आसानी रहेगी की आप किस दिशा मे मुड़ने वाले है ओर इस तरह आप ओर वे पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे.

Traffic Rules in Hindi

लेन अनुशासन – Lane Discipline

आप जिस लेन मे गाड़ी चला रहे है कृपया उसी लेन को फॉलो करें. ध्यान रखें आपके lane को तोड़ने की स्थिति मे दूसरे वाहन चालक भी affect हो सकते है.

वाहन को पार्किंग एरिया मे ही पार्क करें – Vehicle Parking

वाहन को पार्क करते समय जाँच ले की आप उसे पार्किंग एरिया मे पार्क कर रहे है अथवा नही. वाहन को सही जगह पार्क करें ओर इस तरह से पार्क करें की वहे दूसरे के लए परेशानी ना बने.
दद करें


रोड सेफ्टी चिन्ह तीन प्रकार के होते हैं | 3 Types of Road Safty Signs संपादित करें

1. अनिवार्य संकेत : इन चिन्हों का उपयोग सडको को हादसों की चपेट में कम आने के लिए किया जाता हैं जिसमे कानून की भी सहायत ली जाती हैं और इसी कारण रोड के नियम तोड़ने वालो को जेल की शक्ल भी कभी कभार देखनी पड़ती हैं क्यूंकि यातायात के नियमो का पालन ना करते हुवे वो अपनी जान तो खतरे में डालते ही हैं परन्तु अन्य लोगो की जान को भी जोखिम में डालते हैं.

2. चेतावनी के संकेत : चेतावनी के संकेत को उपयोग करने का कारण यह होता हैं की इससे किसी भी वाहन चालाक को आगे की सड़क की स्थिति पता चल जाती हैं और वो पहले से ज्यादा सजग हो जाता हैं और यदि सही समय पर सही कदम उठाने से किसी की जीवन बचता हैं तो ये संकेत हम समझ ही सकते हैं की कितने लाभप्रद हैं.

3. सूचक संकेत : ये चिन्ह या संकेत वाहन चालाक को तरह तरह की सूचना प्रदान करते हैं जैसे उनका गंतव्य यानी जहाँ उन्हें जाना हैं वो कितनी दूर हैं, किस दिशा में हैं, पास में कोई खाने पिने की जगह हैं या नहीं आदि तो इस तरह की जानकारी ये सूचक सन्देश चालाक को देते हैं जिससे की उसे रास्ते में आने वाले किसी भी जगह व दिशा के बारे में सही जानकारी मिल पाती हैं.